घर से निकलना, झोला ले जाना

- पीपीटी प्रजेंटेशन से स्टूडेंट्स को बताया गया पॉलिथीन यूज के क्या साइड इफेक्ट

- 'सेव अर्थ एंड नॉट टू यूज पॉलिथिन' विषय पर कार्यक्रम भी आयोजित

PATNA : आई नेक्स्ट की मुहिम 'द टिकिंग प्लास्टिक बम' को शहर के कई संगठनों का साथ मिला। आई नेक्स्ट की इस मुहिम में पटना के कई संगठन व स्कूल जुडे़। पीएमसीएच और अशोक राजपथ पर गंगा बचाओ अभियान की ओर से इको फ्रेडली थैला बांटा गया। वहीं जय भारत इंस्टीच्यूट ने भी चिडि़याटांड़ पुल के पास लोगों को इको फ्रेंडली थैला दिया। यह सिलसिला तीन दिनों तक राजधानी में चलेगा। इस मुहिम में लोगों ने माना कि प्लास्टिक के बेलगाम इस्तेमाल से लाइफ और अर्थ दोनों को खतरा हो रहा है।

तरुमित्र में एकजुट हुए बच्चे

तरुमित्र की ओर से मंगलवार को 'सेव अर्थ एंड नॉट टू यूज पॉलिथिन' विषय पर कार्यक्रम का आयोजन किया गया। आयोजन के दौरान कई स्कूल के बच्चों ने भाग लिया। पॉलिथीन के यूज से हो रही परेशानियों और हजार्ड को आई नेक्स्ट के माध्यम से लोगों ने जाना। आई नेक्स्ट की इस मुहिम को तरुमित्र का साथ मिला। तरुमित्र में इस दौरान पीपीटी के माध्यम से बच्चों को प्लास्टिक और पॉलिथिन से हो रही समस्याओं के बारे में अवगत कराया गया। बच्चों को बताया गया कि कैसे पॉलिथिन हमारे लाइफ को डिस्टर्ब कर रहा है। पॉलिथिन पर रिसर्च कर रहे तरुमित्र के अविनाश प्रताप सिंह ने इस पीपीटी को बनाया था।

स्कूल ले जाएंगे पॉलिथिन का कचरा

बच्चों ने कहा कि हम लोग घर में पॉलिथिन इकट्ठा करेंगे और हप्ते में एक दिन उसे स्कूल में जमा करेंगे। सारे बच्चों को यह करने को कहेंगे और महीने में एक दिन उसे रिसाइकिल युनिट को भेजेंगे। प्रिंसिपल ने कहा कि हमलोग अब अपने स्कूल में ग्रीन क्लब बनाएंगे और उसी में स्टूडेंट के घरों का पॉलिथीन जमा करेंगे, साथ ही यह भी कहा कि महीने में उस पॉलिथीन को बेचने से जो पैसे आएंगे, उसे गरीब बच्चों पर खर्च करेंगे। तरुमित्र के को-ऑर्डिनेटर अविनाश प्रताप सिंह ने कहा कि आई नेक्स्ट की मुहिम का हम स्वागत करते हैं। लोगों को यह भी बताने की जरूरत है कि यदि आप पॉलिथीन यूज करते हैं, तो उसे फेंके नहीं बल्कि इकट्ठा कर कबाड़ी वाले को दे दें।