- नगर निगम ने बनाया वेस्ट के रिसाइकिलिंग रियूज्ड और कंपोस्ट का प्लान

- 70 टन के प्लांट से प्रोसेस होगा वेट वेस्ट

- ड्राई वेस्ट के प्रोसेसिंग के लिए गर्दनीबाग में लगा है प्लांट

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क्कन्ञ्जहृन् :

पटना शहर से सबसे गंदे शहर का टैग हटाने और स्वच्छता रैंकिंग में आगे बढ़ने के लिए पटना नगर निगम ने कवायद तेज कर दी है।

नगर निगम की तरफ से तैयार प्लानिंग में न सिर्फ वेस्ट मैटेरियल को रिसाइकिलिंग और रियूज्ड करने पर जोर दिया जा रहा है बल्कि वेट वेस्ट (गीले कचरे) को पूरी तरह कंपोस्ट करने की प्लानिंग की जा रही है। कूड़े के कंप्लीट निपटारे के लिए नगर निगम ने अब पूरी रूप रेखा तैयार कर ली है।

समतल कर रहे कूड़े का पहाड़

पटना में कूड़े के डंपिग के लिए पहले शहर में बने प्वाइंट पर कूड़े का ढेर लग जाता था। इन प्वाइंट्स से कूड़ा ले जाकर रामाचक बैरिया में डंप होता था आलम ये था कि कचरा निष्पादन की प्रक्रिया में ढुलमुल रवैये के कारण तीन से चार दिन में वहां कूड़े का पहाड़ बन जाता था। लगातार शिकायत मिलने और कई बार फजीहत होने के बाद पटना नगर निगम की ओर से सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट कार्यक्रम को लेकर अब नए सिरे से योजनाओं को तैयार किया जा रहा है। रामाचक बैरिया में कूड़ा के पहाड़ की बायोमाइनिंग कराने के साथ-साथ नए सिरे से होने वाले कूड़ा उत्पादन के सही निस्तारण की योजना तैयार कर दी है। इस प्रोजेक्ट को निजी एजेंसी के सहयोग से चलाया जा रहा है।

अलग-अलग प्लानिंग

निजी एजेंसी की ओर से नगर निगम को प्रस्ताव दिया गया है कि अगर वे 70 फीसदी से अधिक गीला कचरा मुहैया कराते हैं तो उन्हें रॉयल्टी भी जाएगी। इससे निगम की आय भी बढ़ेगी। नगर आयुक्त हिमांशु शर्मा ने बताया कि कचरा से सीएनजी बनाने की योजना पर जल्द ही प्लांट लगाने की कार्रवाई शुरू करने वाले हैं। वहीं सूखे कूड़े से प्लास्टिक, लोहे, लकड़ी सहित दूसरी चीजों को अलग किया जाएगा। इसे निगम 860 रुपए प्रति घनफीट के हिसाब से बेचेगा। इसका इस्तेमाल कंपनियां सामान बनाने में करेंगी। बाकी कचरे से खाद बनेगा। यही नहीं जिन अपार्टमेंट या मोहल्लों में 20 किलो से अधिक गीला कचरा निकलेगा वहां भी कंपोस्ट तैयार किया जाएगा।

दो स्थानों पर सीएनजी प्लांट

नगर निगम की ओर से दो स्थानों पर सीएनजी प्लांट लगाने की योजना है। इसके लिए रामाचक बैरिया व बाजार समिति बहादुरपुर में प्लांट लगाया जाएगा। बाजार समिति में बड़े पैमाने पर गीला कचरा निकलता है। यहां पर 20 टन कचरा से सीएनजी बनाने का प्लांट लगेगा। वहीं, रामाचक बैरिया में 50 टन कचरा से सीएनजी बनाने का प्लांट लगाया जाएगा। अभी निजी एजेंसी को इन प्लांट के ऑपरेशन व मेंटनेंस की जिम्मेदारी दी जाएगी। इससे प्लांट को लंबे समय तक चलाए रखने में मदद मिलेगी।

कचरे पर होगी नजर

कूड़े के प्वाइंट पर चोरी या अन्य तरह की समस्या न हो इसके लिए भी नगर निगम ने तैयारी की है। नगर आयुक्त के अनुसार जो भी कूड़ा प्वाइंट है वहां कूड़ा डालने और वहां से डंपिंग यार्ड भेजने तक का रिकॉर्ड होगा। सीसीटीवी से न सिर्फ जगह की निगरानी होगी बल्कि कितनी गाडि़यां कितना कचरा लेकर गई ये भी ब्योरा होगा। जीपीएस से गाडि़यों की लाइव मॉनिटरिंग भी की जाएगी।

वेट और ड्राइ वेस्ट के लिए प्लानिंग तैयार हो चुकी है जल्दी ही प्लांट लग जाएगा। लोगों को भी जागरूक किया जा रहा है कि वह अलग अलग कुड़ा दें जिससे क्रियान्वयन में आसानी होगी।

हिमांशु शर्मा, नगर आयुक्त, पटना नगर निगम