PATNA: फ्भ्0वां शुकराना समारोह और फ्भ्क्वां प्रकाश पर्व शुरू हो चुका है। इसमें शामिल होने के लिए लाखों श्रद्धालु देश-विदेश से पहुंचे हुए हैं। ऐसे में लोगों की सुरक्षा को लेकर पुलिस प्रशासन द्वारा विशेष इंतजाम किए गए है। इसके साथ ही आतंकी हमला, उग्रवादी और असामाजिक तत्वों पर नजर रखने के लिए खुफिया एजेंसी को भी अलर्ट किया गया है। गौरतलब है कि कुछ साल पहले पटना जंक्शन और गांधी मैदान में आतंकवादियों ने सीरियल बम ब्लास्ट की घटना को अंजाम दिया था। ऐसे में पुलिस समारोह को शांतिपूर्ण तरीके से निपटाने के लिए अपनी पूरी ताकत झोंक रही है।

-शांति भंग होने की आशंका

इधर चौक थाना के एसएचओ अशोक कुमार पाण्डेय ने एसडीओ को हाल ही में पत्र भेजा था। इसमें तख्तश्री कमेटी के अध्यक्ष और महासचिव पद के लिए आपस में विवाद की बात कही गई। पत्र में बताया गया था कि दोनों पक्ष अलग-अलग मीटिंग कर एक-दूसरे पर आरोप मढ़ रहे हैं। ऐसे में कभी भी शांति भंग हो सकती है। इसलिए कमेटी के पदधारी और सदस्यों पर तहत त्वरित कार्रवाई करने की बात कही है। इसके बाद एसडीओ कोर्ट में वाद 770-क्7 गठित किया गया। कुछ मेंबर बतौर वकालतन पेश हुए। मगर क्ब् मेंबर में से किसी ने भी ख्0 दिसंबर को बॉन्ड नहीं भरा।

-विशेष शाखा को किया गया सक्रिय

डीएम और एसएसपी ने विशेष शाखा एवं सुरक्षा एजेंसियों के लोकल पदाधिकारियों को अलर्ट कर दिया है। उन्होंने गुरुद्वारा के प्रबंधकों से तालमेल रखकर हर गतिविधी पर जानकारी लेने का आदेश दिया है। अगर आतंकी और असामाजिक तत्वों से संबंधित किसी भी तरह की सूचना मिलती है तो उस पर तुरंत कार्रवाई करने को कहा गया है। सभी प्रतिनियुक्त मजिस्ट्रेट और पुलिस पदाधिकारी को आतंकी गतिविधी और असामाजिक तत्वों पर नजर रखने के लिए कहा गया है। विदित हो कि वर्तमान में पंजाब में सत्ता परिवर्तन के साथ ही शिरोमणी गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी में भी बदलाव हुआ है। इसका भी असर तख्तश्री कमेटी पर देखा जा रहा है।

पंजाब की गतिविधियां, पाक में धर्म परिवर्तन, पटना में दो सीरियल ?लास्ट और तख्तश्री कमेटी और अन्य सिख संगठनों के बीच जारी अंतर्कलह पर नजर रखी जा रही है। पर्याप्त संख्या में पुलिस की तैनाती है। सिविल में मेल-फीमेल जवानों को भी इनपुट लेने के लिए तैनात किया गया है। पुलिस प्रशासन हर स्थिति से निपटने में सक्षम है।

संजय कुमार अग्रवाल, डीएम