-सीएम ने डीएम और अन्य अधिकारियों के साथ कोरोना पर की वर्चुअल मीटिंग

PATNA: कोरोना के बढ़ते कहर को देखते हुए राज्य सरकार ने फिर से ब्लॉक लेवल पर क्वारंटीन सेंटर शुरू करने का निर्णय लिया है। कोरोना संक्रमण प्रभावित राज्यों से लौट रहे लोगों को वहां रखा जाएगा। सीएम नीतीश कुमार ने ट्यूजडे को डीएम और अन्य अफसरों के साथ कोरोना को ले वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से हुई बैठक में यह निर्देश दिया कि प्रखंड स्तर पर क्वारंटाइन सेंटर की व्यवस्था तैयार रखें। जिन क्षेत्रों में कोरोना के मामले हैं, वहां कंटेनमेंट जोन बनाकर काम करें।

पता लगाएं तेजी से क्यों बढ़ रहा संक्रमण

सीएम ने कहा कि कोरोना के बढ़ते मामले को ध्यान में रखते हुए पूरे राज्य में अधिक से अधिक जांच कराएं। संक्रमण के कारणों का विश्लेषण करने के साथ ही पिछली बार के अनुभवों के आधार पर रणनीति बनाकर काम करें। मुख्यमंत्री ने कहा कि इस बात का आकलन करें कि कोरोना के मामले क्यों बढ़ रहे हैं। नए मामले किन क्षेत्रों में हैं तथा वहां कौन लोग बाहर से आए हैं। इन सब बातों की पूरी जानकारी रखें। बाहर से आने वाले लोगों एवं उनके संपर्क में आने वाले लोगों पर भी नजर रखें। संक्रमण के कारणों का विश्लेषण करने के साथ-साथ पिछली बार के अनुभवों के आधार पर रणनीति बनाकर काम किया जाए।

सभी हेल्थ केयर वर्कर की जांच कराएं

सीएम ने कहा कि सभी फ्रंटलाइन वर्कर और जो हेल्थ वर्कर काम में लगे हैं उन सभी की कोरोना जांच कराएं। उनके परिजनों की भी जांच हो। जितनी अधिक जांच होगी, कोरोना संक्रमण के मामलों का पता चलेगा।

इन जिलों के डीएम ने दी जानकारी

स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव प्रत्यय अमृत ने बताया कि कोरोना संक्रमण के सबसे अधिक एक्टिव मामले आठ जिले क्रमश: पटना, जहानाबाद, गया, भागलपुर, मुजफ्फरपुर, समस्तीपुर, सिवान एवं सारण में हैं। वहीं पटना, जहानाबाद, गया, भागलपुर, मुजफ्फरपुर, समस्तीपुर, सिवान, सारण, मुंगेर, अरवल, शेखपुरा एवं शिवहर के जिलाधिकारियों ने कोरोना की अद्यतन स्थिति के संबंध में मुख्यमंत्री को जानकारी दी।

अलर्ट रहेंगे तो कम होगा नुकसान

सीएम ने कहा कि सभी लोगों को अलर्ट रहने की जरूरत है। लोग सचेत रह्ेंगे तो कम से कम नुकसान होगा। सार्वजनिक आयोजनों में लोग सीमित संख्या में शामिल हों और कोरोना गाइडलाइन का सख्ती से पालन हो। धार्मिक स्थलों, भीड़भाड़ वाले स्थानों पर लोग विशेष सतर्कता बरतें।