राहुल की मां ने अंशु और सुनील पर आरोप लगाए थे। रामरती देवी ने पुलिस को बताया था कि सुनील कुमार सिन्हा ने उनके बेटे को बुलाया था। सुनील अंशु के मुंहबोले चाचा हैं। सिटी एसपी किम और डीएसपी टाऊन रामाकांत प्रसाद ने गांधी मैदान थाने में दोनों से घंटों बातचीत की। इन दोनों के अलावा आधा दर्जन लोगों से भी पुलिस ने पूछताछ की और राहुल से जुड़े कई बिन्दुओं पर तफ्तीश की। राहुल की मां रामरती देवी ने जैसे ही सुना कि सुनील को पुलिस थाने लायी है, वह अपने रिश्तेदारों के साथ थाने पहुंच गई। थाने के बाहर घंटों इंतजार कर रही रामरती ने बताया कि घटना के दिन सुनील का फोन बंद था।

बेटे को मारने की दी थी धमकी
राहुल की मां ने बताया कि फोन पर सुनील सिन्हा ने कहा था कि अगर बेटे को नहीं भेजा, तो मीठापुर में आकर उसे जलाकर मार देंगे। इसी डर से उसे भेजा था। 28 अप्रैल को 8 बजकर 11 मिनट पर उसका फोन आया था। बेटे को एक रिशेप्सन में जाना था, फिर भी हमने भेजा। रात को एक बजे के बाद अंशु ने फोन किया और कहा कि आपके बेटे ने फांसी लगा लिया है। उनका आरोप है कि परिजनों के जाने से पहले ही उसे पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया। गौरतलब है कि  जमाल रोड के ओमराज अपार्टमेंट के कमरा नम्बर 205 में राहुल की लाश लटकी हुई मिली थी। उसकी पत्नी ने इसे सुसाइड बताया था। मां के आरोप के बाद पुलिस इस मामले की गहराई से इंवेस्टिेशन कर रही है.

तीन महीने पहले ही किया था लव मैरिज
जमाल रोड स्थित ओम बिहार अपार्टमेंट में संडे की सुबह उस वक्त सनसनी फैल गई थी, जब पुलिस ने फ्लैट नंबर 205 से राहुल नामक एक युवक की संदेहास्पद स्थिति में डेडबॉडी बरामद की। मौत फांसी लगाने से हुई या फिर किसी और वजह से, इसका अब तक पता नहीं चल पाया है। गौरतलब है कि यह फ्लैट राहुल की पत्नी के चाचा की है। उन्होंने ही राहुल को बीती रात यहां बुलाया था, जिसके बाद राहुल की संदेहास्पद स्थिति में मौत हो गई। मिली जानकारी के अनुसार तीन महीने पहले ही राहुल ने अर्चना तिवारी के साथ लव मैरिज किया था। मीठापुर निवासी राहुल बीती शाम अपनी पत्नी के चाचा के बुलाने पर फ्लैट में आया था। पुलिस जब घटनास्थल पर पहुंची, तो डेडबॉडी बेड पर पड़ी मिली। पुलिस ने राहुल के शव को अपने कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए पीएमसीएच भेज दिया है। राहुल की पत्नी को पूछताछ के लिए पुलिस ने कब्जे में ले लिया है.