पटना (ब्यूरो)। केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआइ) की टीम ने गुरुवार की सुबह बिहार में दरभंगा जिले के हायाघाट प्रखंड अंतर्गत मझौलिया स्थित भारतीय प्रशासनिक सेवा (आइएएस) के अधिकारी नवीन चौधरी के पैतृक घर पर छापेमारी की। इस संबंध में बताया गया है कि नवीन चौधरी जम्मू-कश्मीर सरकार में कृषि उत्पादन और किसान कल्याण विभाग में प्रधान सचिव के पद पर तैनात हैं। एक महिला सहित आठ अधिकारियों की सीबीआइ टीम ने नवीन के माता-पिता सहित सभी भाइयों के घर की सघन तलाशी ली। अति गोपनीय और औचक कार्रवाई के बारे में जब तक लोग कुछ समझते, उससे पहले ही टीम लौट गई।

पैतृक आवास समेत चार जगहों पर एक साथ छापेमारी

छापेमारी में स्थानीय पुलिस का सहयोग नहीं लिया गया। बताया गया कि नवीन के जम्मू स्थित आवास समेत मुंबई, तिरुअनंतपुरम सहित पैतृक आवास पर एकसाथ छापेमारी की गई है।

नवीन के भाई मुकेश चौधरी ने बताया कि नवीन चार भाइयों में सबसे बड़े हैं। 1994 में सिविल सर्विस सेवा में जाने के बाद से यहां बहुत कम बार आए हैं। सीबीआइ की टीम आई थी, लेकिन उन्हें कुछ भी नहीं मिला। उन्होंने कहा कि 11 अप्रैल, 2021 को पिताजी के श्राद्धकर्म में वे आए थे। इसके बाद से बात तक नहीं हुई है। न जाने किस बात के लिए छापेमारी की गई।

जम्मू-कश्मीर का पहला डोमिसाइल सर्टिफिकेट

मझौलिया निवासी देवकांत चौधरी और वैदेही चौधरी के पुत्र व आइएएस अधिकारी नवीन चौधरी जम्मू-कश्मीर के पहले स्थाई निवासी बने थे। उन्होंने जम्मू के बाहू तहसीलदार कार्यालय में डोमिसाइल सर्टिफिकेट के लिए आवेदन किया था। 24 जून, 2020 को बाहू तहसील के तहसीलदार रोहित शर्मा द्वारा नवीन चौधरी को जम्मू-कश्मीर का पहला डोमिसाइल सर्टिफिकेट जारी किया गया था। इसके साथ ही दूसरे राज्य से आने वाले नवीन जम्मू-कश्मीर के पहले स्थायी निवासी बन गए थे। वे 26 वर्षों से जम्मू-कश्मीर में अपनी सेवा दे रहे हैं।