-चार अक्टूबर को हुई थी शक्ति मल्लिक की हत्या

PATNA: एक्स आरजेडी नेता शक्ति मल्लिक हत्याकांड में बुधवार को पुलिस ने 7 आरोपितों को अरेस्ट कर मामले का पर्दाफाश किया है। इस घटना में तेजप्रताप यादव और तेजस्वी यादव समेत 6 नामजद आरोपितों में किसी की भी संलिप्तता नहीं पाई गई है। एसपी विशाल शर्मा ने बताया कि सात कर्जदारों ने शक्ति मल्लिक की प्रताड़ना से तंग आने के बाद साजिश रचकर उसकी हत्या की।

सजा की चिंता नहीं

एसपी द्वारा किए गए पीसी में आरोपितों ने कहा कि उन्होंने रावण का वध किया है। इस कारण सजा की कोई चिंता नहीं है। पुलिस ने केहाट थाना क्षेत्र स्थित मधुबनी सिपाही टोला निवासी आफताब, केनगर थाना क्षेत्र के सलीम, मीरगंज थाना क्षेत्र के रंगपुरा निवासी मु। जुनैद और मु। अफरोज, मु। यूसूफ, साहेबगंज के मुफ्फसिल थाना क्षेत्र के एकाम खान और केहाट सहायक खजांची थाना क्षेत्र के माधोपाड़ा निवासी मु। तनबीर को गिरफ्तार किया है। आफताब इस हत्याकांड का मास्टरमाइंड बताया गया है।

रुपए गिनने की मशीन बरामद

गिरफ्तार किए गए आरोपितों ने एसपी को बताया कि शक्ति मल्लिक की वीडियो वायरल होने के बाद वारदात को अंजाम दिया, ताकि जांच की दिशा भटक सके। इधर, पुलिस ने शक्ति के घर से कई स्टांप पेपर, शक्ति समेत 4 अन्य के खाली चेक, 36 महिलाओं के आधार कार्ड, रजिस्टर और रुपए गिनने की मशीन बरामद की है। रजिस्टर में लेन-देन का हिसाब था।

महिलाओं का करता था शोषण

बताया गया कि मुख्य आरोपित अफताब ने शक्ति से 70 हजार रुपए सूद पर लिए थे। उसने खाली स्टांप पेपर पर दस्तखत कर अंगूठे का निशान लगाया था। उसी स्टांप पेपर पर दो लाख 10 हजार रुपए लिखकर शक्ति उससे रुपए वसूलने लगा। उसे शक्ति गाली-गलौज कर प्रताडि़त भी करता था। शक्ति महिलाओं को गालियां देने के साथ ही उसका शोषण करता था।

पुलिस पर भी लगाए आरोप

आफताब ने एसपी को बताया कि शक्ति की पुलिस से भी सांठगांठ थी। शक्ति के खिलाफ कंप्लेन मिलने पर पुलिस रुपए लेकर रफा-दफा कर देती थी। पुलिस शुरू से सख्ती दिखाती तो यह नौबत नहीं आती। एसपी ने कहा कि आरोपों की जांच होगी।

इस स्थिति में अनुसंधान की प्रक्रिया में उक्त आरोपितों के नाम स्वत: ही हट जाएंगे। ब्याज पर रुपए के लेन-देन के विवाद को लेकर शक्ति मल्लिक की हत्या की गई।

विशाल शर्मा, एसपी, पूर्णिया