रैकेट के निशाने पर खाली फ्लैट  
सेक्स रैकेट चलाने वाले खाली पड़े फ्लैट को अपना ठिकाना बनाते हैं। सूत्रों की मानें तो वह ऐसे फ्लैट को चुनते हैं जो थाना के आस पास हो। ऐसा वह इसलिए करते हैं कि किसी को धंधे का शक नहीं होने पाए। वहीं पुलिस ने भी अब तक जो खुलासा किया है वह थाना के आस पास का ही रहा है।  

शहर से हटकर बना रहे ठिकाना 
सेक्स रैकेट चलाने वाले शहर से हटकर अपना धंधा जमा रहे हैं। आशंका तो पुलिस की संलिप्तता की होती है। क्योंकि पुलिस हर जगह की खबर रखती है फिर इस धंधे के स्थान के बारे में उसे भनक क्यों नहीं लग पाती है। सूत्र बताते हैं कि मामला तभी खुलता है जब अधिकारियों तक शिकायत पहुंचती है.

अफसर भी मान रहे हैं
पुलिस भी मान रही है कि कोई भी धंधेबाज इसमें अपने घर को नहीं शामिल करता है क्योंकि पुलिस पकडऩे के बाद उक्त घर को जŽत कर लेती है। ऐसे में उनके लिए खाली पड़े फ्लैट काफी मुफीद होते हैं। दो दिन पूर्व पाटलिपुत्रा क्षेत्र से हुए सेक्स रैकेट के खुलासे में भी किराए के फ्लैट में धंधे का खुलासा हुआ था। इसके अलावा और भी खुलासे हुए हैं जिसमें किराए के फ्लैट चर्चा में आए हैं.

रैकेट के निशाने पर खाली फ्लैट  

सेक्स रैकेट चलाने वाले खाली पड़े फ्लैट को अपना ठिकाना बनाते हैं। सूत्रों की मानें तो वह ऐसे फ्लैट को चुनते हैं जो थाना के आस पास हो। ऐसा वह इसलिए करते हैं कि किसी को धंधे का शक नहीं होने पाए। वहीं पुलिस ने भी अब तक जो खुलासा किया है वह थाना के आस पास का ही रहा है।  

 

शहर से हटकर बना रहे ठिकाना 

सेक्स रैकेट चलाने वाले शहर से हटकर अपना धंधा जमा रहे हैं। आशंका तो पुलिस की संलिप्तता की होती है। क्योंकि पुलिस हर जगह की खबर रखती है फिर इस धंधे के स्थान के बारे में उसे भनक क्यों नहीं लग पाती है। सूत्र बताते हैं कि मामला तभी खुलता है जब अधिकारियों तक शिकायत पहुंचती है।

 

अफसर भी मान रहे हैं

पुलिस भी मान रही है कि कोई भी धंधेबाज इसमें अपने घर को नहीं शामिल करता है क्योंकि पुलिस पकडऩे के बाद उक्त घर को जŽत कर लेती है। ऐसे में उनके लिए खाली पड़े फ्लैट काफी मुफीद होते हैं। दो दिन पूर्व पाटलिपुत्रा क्षेत्र से हुए सेक्स रैकेट के खुलासे में भी किराए के फ्लैट में धंधे का खुलासा हुआ था। इसके अलावा और भी खुलासे हुए हैं जिसमें किराए के फ्लैट चर्चा में आए हैं।