पटना (ब्यूरो)। सोशल मीडिया आज के जमाने में किसी के लिए अंजान नहीं है। हर कोई फेसबुक, व्हाटसएप, इंस्टाग्राम के बारे में जानकारी रखता है। अब इन्ही सोशल मीडिया के सहारे साइबर क्रिमिनल लोगों को अपने फंदे में फंसा रहे हैं। दरअसल विदेशों में साइबर क्रिमिनल्स द्वारा किया जा रहा है सेक्सटॉर्शन अब राजधानी के लिए भी नया नहीं है। राजधानी में भी लोग इसके शिकार बनने लगे हैं और अपनी आर्थिक हानि कराने के साथ ही मानसिक रूप से बेचैन भी हो रहे हैं।

फंसाती है लुभावनी बातें
साइबर सेल से मिली जानकारी के अनुसार इस तरह की घटनाएं अब राजधानी में बढऩे लगी हैं। कॉल करने वालों में पुरुष व महिलाएं दोनों होते हैं। ये पहले वॉयस कॉल करते हैं और उसके बाद वैसे लोगों को तुरंत अपने जाल में फांस लेते हैं, जो संयम नहीं बरतते हैं। कॉल करने के दौरान यह कई तरह की लुभावनी बातें करते हैं। जब इनको यह अहसास हो जाता है कि सामने वाला पूरी तरह से उत्तेजित हो चुका या चुकी है तो फिर उसे अपने ट्रैप में ले लेते हैं। सेल के अधिकारियों के अनुसार यह भी एक तरह का हनी ट्रैप ही है।

सोशल मीडिया से नंबर
सेल के अधिकारी कहते हैं, दरअसल कॉल करने वालों की सबसे अहम बात उनके पास दूसरों का मोबाइल नंबर होना है। ऐसा क्राइम करने वाले कॉल करने के लिए सोशल साइट्स या फिर अन्य तरीके से नंबर का जुगाड़ कर लेते हैं। उनको यह नहीं पता होता है कि वह कॉल किसे कर रहे हैं। उनको शिकार से मतलब होता है। कई बार वह रैंडम तरीके से भी लोगों को भी फांसने के लिए कॉल करते हैं।

इस उम्र वाले ज्यादा शिकार
साइबर सेल के अधिकारियों के अनुसार सेक्सटॉर्शन वाले मामले उन लोगों के बीच ज्यादा सामने आ रहे हैं, जिनकी उम्र 18 से 30 साल या फिर 50 साल से उपर की है। कारण चाहे जो भी रहा हो, लेकिन इन उम्र वालों में ऐसी घटनाएं ज्यादा देखने को मिल रही है। इस ट्रैप में फंसाने वाले तमाम हथकंडे को अपना कर न्यूड होते हैं और जब जाल में फंस चुका व्यक्ति या औरत न्यूड होते यह होती हैं तो ठीक उसी वक्त वीडियो को रिकॉर्ड कर लेते हैं। इसके बाद असली खेल शुरू होता है और क्रिमिनल्स उस वीडियो रिकॉर्डिंग को व्हाट्सएप पर भेज कर पैसे की डिमांड शुरू कर देते हैं।

मेवात रीजन बदनाम
साइबर सेल के जानकारों के अनुसार सेक्सटॉर्शन के मामलों को लेकर मेवात क्षेत्र ज्यादा बदनाम है। यहां के क्रिमिनल्स पहले टटलूबाजी करते थे लेकिन अब वह तकनीक का सहारा लेकर सेक्सटॉर्शन जैसा आपराधिक कृत्य कर रहे हैं।

रखें सावधानी
साइबर सेल में डीएसपी भास्कर रंजन कहते हैं, थोड़ी सी सावधानी रखी जाए तो ऐसे मामलों में फंसने से बचा जा सकता है। सोशल मीडिया पर कभी भी अपनी सार्वजनिक जानकारी न दें। किसी से भी चैट करने से पहले संयमित होके सोचे। अगर ऐसे मामले में फंस गए हैं तो बिना देरी किए नजदीकी थाने में केस जरूर करें ताकि पुलिस मदद करने में सक्षम हो।

इन बातों का रखें ख्याल
- कोई ऐसा नंबर जो अंजान हो और सस्पेक्टेड लगे, उसे रिसीव करने से पहले सोचे।
- ट्रैप में फंसने पर सबसे पहले अपने तमाम सोशल मीडिया एकाउंट्स को डिएक्टिवेट कर दें।
- जिस नंबर से व्हाट्सएप कॉल या फिर व्हाट्सएप वीडियो कॉल आ रही हो, उसे ब्लॉक कर दें।
- जब भी ऐसे मामलों में बचें तो सबसे पहले खुद को संयमित रखें।
- जल्दबाजी में कदम उठाकर पैसे न दें। पैसे देने के बाद क्रिमिनल्स पैसे नहीं मांगेंगे। इसकी कोई गारंटी नहीं है।
- रात में जब भी अंजान नंबर से वीडियो कॉल आए तो उसे रिसीव न करें।
- किसी से भी चैट करने से पहले संयमित शब्दों का प्रयोग करें।
- अगर कोई उकसाने की कोशिश करे तो चैट बंद कर दें और नंबर को ब्लॉक कर दें।