- शाहनवाज आलम ने जदयू के मुर्शीद आलम को 41,225 वोटो से हराया

- तस्लीमुद्दीन के बड़े पुत्र और शाहनवाज के बड़े भाई सरफराज के इस्तीफे से खाली हुई थी सीट

क्कन्ञ्जहृन्: जोकीहाट विधानसभा सीट पर मोहम्मद तस्लीमुद्दीन के परिवार का जादू कायम है। उपचुनाव में गुरुवार को आरजेडी के शाहनवाज आलम ने जदयू के मुर्शीद आलम को 41,225 वोटों से हराया। 9 कैंडिडेट में नोटा पांचवे स्थान पर रहा।

यह जनता की जीत है

जिला निर्वाचन पदाधिकारी और डीएम हिमांशु शर्मा ने बताया कि उपचुनाव में 1,45,744 वोट पड़े। राजद के शाहनवाज को 81,240 वोट मिले। शाहनवाज आलम ने कहा कि यह जोकीहाट की जनता और तेजस्वी यादव के नेतृत्व की जीत है। उनके पिता तस्लीमउद्दीन और बड़े भाई सरफराज आलम क्षेत्र का विकास करते आए हैं। इस अभियान को आगे ले जाएंगे। वहीं, जदयू उम्मीदवार मुर्शीद आलम ने बताया कि यह राजद की नहीं, तस्लीमउद्दीन के निधन के बाद की सहानुभूति की जीत है। जदयू उम्मीदवार सरफराज आलम के त्यागपत्र देने के कारण जोकीहाट सीट खाली हुई थी। सरफराज आलम त्यागपत्र देकर अररिया के एमपी बने थे।

रुझान के साथ ही तेजस्वी के यहां जुटने लगी थी भीड़

जोकीहाट में जीत से उत्साहित राजद ने इसे तेजस्वी यादव को स्थापित करने वाला जनता का फैसला बताया है। रुझान के साथ ही पार्टी में जश्न का सिलसिला शुरू हो गया। प्रदेश कार्यालय से तेजस्वी यादव के आवास पर नेताओं एवं कार्यकर्ताओं की भीड़ जुटने लगी। लोग अबीर-गुलाल लेकर भी पहुंचे थे। पार्टी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष शिवानंद तिवारी ने कहा कि यह जीत तो अभी ट्रेलर है। असली झांकी तो बाकी है। 2019 के लोकसभा चुनाव में भाजपा का सफाया हो जाएगा। राजद के प्रदेश प्रवक्ता चितरंजन गगन ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से नैतिकता के आधार पर इस्तीफे की मांग की है। उन्होंने कहा कि जदयू के कई वरिष्ठ नेता एवं मंत्री जोकीहाट में महीने भर से कैंप किए हुए थे। फिर भी जदयू की करारी हार हुई।