aditya.jha@inext.co.in

PATNA : जीएसटी की वजह से बाजार में ड्राई फ्रूट्स की कीमतें आसमान छूने लगी हैं। जीएसटी ने रमजान की इफ्तारी को फीका कर दिया है। जीएसटी के नाम पर दुकानदार ड्राई फ्रूट्स की मनमानी कीमत वसूल रहे हैं। कीमत बढ़ने की वजह से रोजेदार इफ्तारी में ड्राई फ्रूट्स से दूरी बनाने लगे हैं। बाकरगंज के दुकानदारों ने भी स्वीकार किया है कि कीमत ज्यादा रहने की वजह से रोजेदार ड्राई फ्रूट्स खाना कम कर दिए हैं। दैनिक जागरण आई नेक्स्ट ने ड्राई फ्रूट्स की कीमत और जीएसटी की पड़ताल की तो पता चला कि जीएसटी के नाम पर छोटे व्यापारी लोगों की जेब पर डाका डाल रहे हैं। पढि़ए डीजे आई नेक्स्ट की स्पेशल स्टोरी

मनमाने दाम पर बेच रहे हैं ड्राई फ्रूट्स

जीएसटी लागू होने के बाद काजू, अखरोट, किसमिस, माना, मूंगफली, बादाम, खजूर सहित अन्य ड्राई फ्रूट्स के दाम आसमान छूने लगे हैं। जबकि कई ड्राई फ्रूट्स को टैक्स के दायरे से बाहर रखा गया है जिससे इनकी कीमत कम होनी चाहिए लेकिन दुकानदार टैक्स के नाम लोगों से ठगी कर रहे हैं। 700 रुपए का काजू 800 सौ से एक हजार रुपए प्रति किलो बेच रहे हैं। वहीं, अखरोट पर जीएसटी लागू नहीं होने के बाद भी 1 हजार रुपए प्रति किलो के हिसाब से बेच रहे हैं।

रोजा को किया फीका

रोजा रखने वाले बाकरगंज निवासी आलम खान बताते हैं कि रोजे के दिनों में इफ्तार पार्टी में ड्राई फ्रूट्स का बड़ा महत्व है। प्रति दिन इफ्तार पार्टी में रोजेदार ड्राई फ्रूट्स खाते हैं। लेकिन ज्ञान के अभाव में मध्यम परिवार के लोगों ने ड्राई फ्रट्स खाना बंद कर दिया हैं। क्योंकि व्यापारी जीएसटी के नाम पर मोटी रकम वसूलते हैं।