PATNA : कॉमन एडमिशन टेस्ट (कैट) 2017 में नवादा के सिद्धार्थ कुमार सबसे अधिक परसेंटाइल वाले अभ्यर्थी बने। उन्होंने 99.75 परसेंटाइल हासिल किया है। सिद्धार्थ ने बताया कि 2016 में उन्हें 94 परसेंटाइल प्राप्त हुआ था। सिद्धार्थ मूल रूप से नवादा के रहने वाले हैं। वे नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी, जयपुर (एनआइटी) से 2011-15 में बीटेक (मेकेनिकल इंजीनियरिंग) हैं। वहां पुणे स्थित फिएट इंडिया में उनका कैंपस सेलेक्शन हुआ। एक साल बाद कैट की बेहतर तैयारी के लिए जॉब छोड़ दिया। सिद्धार्थ ने बताया कि मुझे अधिक परसेंटाइल की उम्मीद थी। नामांकन के लिए पहली पंसद आइआइएम, कोलकाता है। फाइनांस में रुचि अधिक होने के कारण वे पढ़ाई इसी स्ट्रीम में करेंगे।

-कई शहरों में की पढ़ाई

सिद्धार्थ के पिता संजय कुमार बैंक अधिकारी हैं जिनकी नियमित ट्रांसफर के कारण सिद्धार्थ किसी एक शहर में ही रहकर पढ़ाई नहीं कर सके। प्राथमिक कक्षा की पढ़ाई कपूरथला, पंजाब में हुई। 12वीं तक की पढ़ाई पंजाब के विभिन्न शहरों में हुई। 12वीं के बाद जेईई में सफलता मिली। कैट की तैयारी कराने वाले अमृतेश कुमार ने बताया कि 99 परसेंटाइल वाले को आइआइएम, एबीसीएल (अहमदाबाद, बेंगलुरु, कोलकाता तथा लखनऊ) के साथ-साथ आइके (इंदौर और कोझिकोड) से भी अगले चरण की चयन प्रक्रिया के लिए कॉल आएगी। इस बार 99 परसेंटाइल में लगभग 1900 परीक्षार्थी शामिल हैं।

-दूसरे प्रयास में सफल

सिद्धार्थ ने दैनिक जागरण आई नेक्स्ट से बातचीत में बताया कि वे पहले प्रयास से संतुष्ट नहीं थे। फिएट कंपनी की जॉब को छोड़कर उन्होंने फिर से तैयारी की। साथ ही दूसरे मैनेजमेंट संस्थान में नामांकन लेने की बजाय एक मौका और लिया। तैयारी के लिए उन्होंने पटना को सबसे बेहतर समझा। यहां बुद्धा कॉलोनी में रह कर कैट की तैयारी की। वे नियमित पढ़ाई केबजाय बेहतर समय का चुनाव कर पढ़ाई करते थे। इस सफलता का श्रेय उन्होंने अपने पिता संजय कुमार को दिया।

-मॉक टेस्ट से डीमोटिवेट न हो

सिद्धार्थ ने बताया कि तैयारी के दौरान मॉक टेस्ट बड़ी चुनौती थी। अन्य कैंडिडेट्स केसाथ मैं भी मॉक टेस्ट लगातर देता रहा। इसमें यदि कम नंबर आ जाए तो इससे डीमोटिवेट बिल्कुल नहीं होना चाहिए। दूसरी महत्वपूर्ण बात है कि तैयारी के समय तैयारी करें और परीक्षा के दिन पढ़े नहीं, शांत भाव से इसमें शामिल हो। सफलता मिलेगी।