-आद्री के सदस्य सचिव गुप्ता काफी दिनों से थे बीमार, पटना में ली आखिरी सांस

PATNA: आद्री के सदस्य सचिव व नेशनल लेवल के सोशल साइंटिस्ट सह आद्री के सदस्य सचिव डॉ शैबाल गुप्ता का गुरुवार को पटना स्थित एक हॉस्पिटल में निधन हो गया। वे 67 वर्ष के थे और काफी दिनों से बीमार थे। बिहार में आर्थिक और सामाजिक मामलों के सशक्त हस्ताक्षर के रूप स्थापित डॉ शैबाल गुप्ता के निधन पर सीएम नीतीश कुमार ने गहरी शोक संवेदना व्यक्त की है। डॉ शैबाल गुप्ता ने शोध संस्थान एशियन डेवलपमेंट रिसर्च इंस्टीच्यूट (आद्री) की 1991 में स्थापना की थी। वह सेंटर फॉर इकोनॉमिक पॉलिसी एंड पब्लिक फाइनांस के निदेशक भी थे। इसे बिहार सरकार के लिए आद्री ने स्थापित किया था।

शाम 7 बजे ली अंतिम सांस

शाम सात बजे उन्होंने पटना के अस्पताल में अंतिम सांस ली। कुछ दिन पहले उन्हें इलाज के लिए भर्ती कराया गया था। अपने पीछे वह अपनी पत्नी, पुत्री, दामाद को छोड़ गए हैं।

राजनीति और अर्थशास्त्र पर पकड़

अर्थशास्त्री और सोशल साइंटिस्ट डॉ गुप्ता एक ऐसी शख्सियत के तौर पर जाने जाते थे जिन्होंने राजनीति और अर्थशास्त्र दोनों विषयों पर पूरी दक्षता के साथ अपनी बात कही। वह आंध्र बैंक के निदेशक भी रहे। केंद्र सरकार के मानव संसाधन मंत्रालय के अधीन गठित नेशनल लिट्रेसी मिशन की एग्जक्यूटिव कमेटी के सदस्य के तौर पर भी उन्होंने काम किया।

बिहार की ओर खींचा दुनिया का ध्यान

देश में उनकी ख्याति संस्थान स्थापित करने वाले लोगों में थी। विकास से जुड़े अर्थशास्त्र के क्षेत्र में उन्होंने काफी काम किया। बिहार में विकास की चुनौतियों पर उन्होंने काफी काम किया जिसने देश और दुनिया का ध्यान इस ओर खींचा। राज्यों के विकास के डेवलपमेंट इंडेक्स के संदर्भ में रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया के पूर्व गवर्नर रघुराम राजन की अध्यक्षता में गठित उच्चस्तरीय कमेटी के भी वे सदस्य रहे। उन्होंने इस कमेटी में अपना नोट ऑफ डिसेंट दिया था जो काफी चर्चा में रहा। उन्होंने कई शोध प्रोजेक्ट पर भी काम किया। विश्व बैंक, लंदन स्कूल ऑफ इकॉनमिक्स, इंस्टीच्यूट ऑफ डेवलपमेंट स्टडीज, ससेक्स तथा इंटरनेशनल लेबर ऑर्गनाइजेशन से वह जुड़े हुए थे।

डॉ शैबाल की कमी हमेशा खलेगी : नीतीश

सीएम नीतीश कुमार ने आद्री के सदस्य सचिव व प्रसिद्ध समाज विज्ञानी तथा अर्थशास्त्री डॉ शैबाल गुप्ता के निधन पर अपने शोक संदेश में कहा कि उनकी कमी हमेशा खलती रहेगी। डॉ शैबाल गुप्ता से मेरा व्यक्तिगत संबंध था। उनके निधन से वह काफी मर्माहत हैं। सीएम नीतीश कुमार ने डॉ शैबाल गुप्ता का अंतिम संस्कार राजकीय सम्मान के साथ कराए जाने का निर्देश भी दिया। आद्री से मिली जानकारी के अनुसार शुक्रवार को दिन में ढाई बजे गुलबी घाट पर उनका दाह संस्कार होगा।

मुख्यमंत्री ने कहा कि डॉ शैबाल गुप्ता ने बिहार ही नहीं देश और दुनिया के कई महत्वपूर्ण संस्थानों में प्रमुख भूमिका निभायी थी। बिहार में वित्त आयोग के सदस्य के साथ ही कई संस्थानों को अपने अनुभवों का लाभ पहुंचाया था। वह आर्थिक एवं राजनीतिक मामलों के विशेषज्ञ के तौर पर भी जाने जाते थे। उनके निधन से आर्थिक, सामाजिक एवं राजनीतिक क्षेत्र को अपूरणीय क्षति हुई है।