- जमीन के फर्जी कागजात दिखा जमीन अपने ससुर को दिलाना चाहता था

- चार आरोपी गिरफ्तार, कट्टा, कारतूस व तीन मोबाइल बरामद

PATNA : पांच जून को फतुहा में फोरलेन पर अवकाश प्राप्त बैंककर्मी की हत्या उनके दामाद ने ही 50 लाख रुपए हड़पने की नीयत से सुपारी किलर के माध्यम से कराई थी। इस वारदात की साजिश में पवन की दूसरी पत्‍‌नी निभा भी शामिल थी। यह जानकारी फतुहा के डीएसपी राजेश मांझी ने बुधवार को दी। पुलिस ने इस मामले में नालंदा के बिंद थानाक्षेत्र निवासी पवन, उसके भाई टिंकू कुमार, पवन की दूसरी पत्‍‌नी व पटना के रामकृष्ण नगर निवासी निभा और राजधानी के अशोक नगर निवासी सुपारी किलर अमर कुमार को गिरफ्तार किया है।

5 जून की घटना

बिहारशरीफ गढ़पर निवासी रिटायर्ड बैंककर्मी शैलैंद्र कुमार बीते 5 जून को कार से पटना आ रहे थे। रास्ते मे फोरलेन पर भिखुआ गांव के समीप अपराधियों ने उन्हें गोलियों से भून दिया था। फाय¨रग में गाड़ी का चालक भी घायल हो गया था। जांच में पता चला कि सेवानिवृत्त बैंककर्मी का दामाद पवन कुमार ही साजिशकर्ता था। जब पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर कड़ाई से पूछताछ की तो उसने हत्या से जुड़े राज उगल दिए। पुलिस के समक्ष अपने स्वीकारोक्ति बयान में बताया कि वह अपने ससुर को एक जमीन के फर्जी दस्तावेज दिखा 50 लाख रुपए की जमीन उनके नाम लिखवाना चाहता था। 10 लाख के करीब रुपए भी उनसे लिए, लेकिन जब ससुर को माजरा समझ में आया तो आगे रकम देने से उन्होंने इन्कार कर दिया।

शूटर किया हायर

इन्कार के बाद पवन ने अपने भाई ¨टकू एवं दूसरी पत्‍‌नी निभा कुमारी के साथ ससुर की हत्या की साजिश रची। पवन ने पटना में रामकृष्णनगर के एक शूटर को ससुर की हत्या के लिए एक लाख रुपए सुपारी देना तय किया। शूटर को बतौर 40 हजार रुपए एडवांस दिया गया। शूटर ने अपने साथी के साथ शैलेंद्र कुमार की फतुहा फोरलेन पर भिखुआ गांव के समीप हत्या कर दी।

ये हुए गिरफ्तार

पवन की निशानदेही पर फतुहा पुलिस ने पवन के भाई ¨टकू, निभा कुमारी एवं शूटर अमर कुमार को गिरफ्तार कर लिया। गिरफ्तार आरोपित के पास से दो बाइक, एक देसी कट्टा, एक ¨जदा कारतूस एवं तीन मोबाइल जब्त किए गए हैं। पुलिस मामले की जांच में जुटी है।

एक सप्ताह में किया खुलासा

ज्ञात हो कि पटना के ग्रामीण एसपी कांतेश कुमार ने इस घटना की जांच के लिए फतुहा के डीएसपी राजेश कुमार मांझी के नेतृत्व में एक टीम गठित की थी। इसमें फतुहा थानाध्यक्ष मनोज कुमार सिंह के साथ नदी थाना दीदारगंज, दनियावां थानाध्यक्ष के साथ साथ ही फतुहा थाना के एसआइ ललित विजय एवं रवि पासवान को शामिल किया गया था। टीम ने एक सप्ताह के अंदर ही मामले का खुलासा कर दिया।