पटना (ब्यूरो)। चार साल से पेंडिंग रिजल्ट को लेकर गुरुवार को एक बार फिर कैंडिडेट ने नौकरी या इच्छा मृत्यु की मांग की। लेकिन पटना पुलिस की ओर से उन्हें लाठियां ही मिली। दरअसल, पटना में बीटीएससी कैंडिडेट ने बहाली को लेकर सरकार के खिलाफ मोर्चा खोला और पटना की सड़कों पर जमकर प्रदर्शन किया। प्रदर्शनकारी वीरचंद पटेल पथ पर पहुंचे और सरकार को कोसते हुए राजनीतिक पार्टियों के कार्यालयों का घेराव भी किया। तब पुलिस उग्र हो गई और जमकर लाठी चार्ज कर दिया। जिला प्रशासन और पुलिस की टीम ने इन सभी को अभियंता संघ भवन के पास रोका। लेकिन प्रदर्शकारी नहीं माने और आगे बढ़ते रहे। इसी दौरान लाठीचार्ज किया गया।

क्या है मामला
दरअसल, यह कोई पहली बार धरना- प्रदर्शन नहीं है। इससे पहले भी बीटीएससी के ये कैंडिडेट्स सड़क पर जॉब की मांग को लेकर उतर चुके हैं। जानकारी के मुताबिक करीब 6379 जूनियर इंजीनियर के पद पर बहाली निकाली गई थी। इसमें पॉलिटेक्निक कॉलेज से डिप्लोमा पास पर 40 प्रतिशत रिजर्वेशन था। इस रिजर्वेशन के फैसले पर पटना हाईकोर्ट में याचिका दर्ज की गई थी.सरकारी पॉलिटेक्निक कॉलेजों के छात्रों को आरक्षण दिये जाने का अन्य अभ्यर्थी विरोध कर रहे हैं। इस मामले को लेकर मामला तूल पकड़ रहा है।

पुलिस ने हिरासत में लिया
इस पूरे मामले में प्रदर्शन कर रहे कुछ अभ्यर्थियों को पुलिस ने हिरासत में लिया है। जिला प्रशासन ने मामले की गंभीरता को देखते हुए मजिस्ट्रेट की तैनाती भी की थी। बीटीएससी के अभ्यर्थियों का कहना है कि वे लंबे समय से शांतिपूर्ण प्रदर्शन कर रहे है। लेकिन रिजल्ट जारी करने को लेकर सरकार का कोई ध्यान नहीं है। सभी अभ्यर्थियोंं ने सरकार की गलत नीति अपनाये जाने का आरोप लगाते हुए उन्हें जमकर कोसा।