- देर रात तक मनायी गई कृष्ण जन्माष्टमी

-छह दिनों तक होगा भव्य आयोजन

PATNA: शनिवार की रात मानो शहर ठहर सा गया था। जन्माष्टमी पर देर रात तक धूमधाम रही। कोई ऐसा मंदिर ना था, जहां कोई न कोई कार्यक्रम न हुआ हो। इस दौरान श्रद्धालु देर रात तक व्रत रख पूजा-अर्चना की और भगवान से अपनी मनोकामना मांगते दिखे। कृष्ण भगवान का भव्य श्रृंगार किया गया, साथ ही फल और देसी-विदेशी फूलों से सजावट भी की गई थी, भजन-कीर्तन के बाद भगवान की रासलीला और मटकीफोड़ प्रतियोगिता का भी आयोजन किया गया। विश्व हिन्दू परिषद और बजरंग दल द्वारा किला रोड कृष्ण गोशाला से शोभायात्रा निकाली गई। इस शोभायात्रा में हजारों की संख्या में श्रद्धालुओं की भीड़ देखी गई, जो भगवान कृष्ण की भक्ति में पूरी तरह से लीन थे। यह यात्रा शहर के कई इलाकों से गुजरा और सभी जगह भगवान की लीलाओं को दिखाया गया।

एसकेएम में दिखा वृंदावन धाम

श्रीकृष्ण मेमोरियल हॉल में जिस तरह से वृंदावन धाम बनाया गया था, उसे देखने के लिये सैकड़ों की संख्या में श्रद्धालुओं पहुंचे थे। मथुरा से आये कलाकारों ने अपनी कला से सभी लोगों को काफी आकर्षित किया और कृष्ण भगवान के जन्म का जीवंत रूपांतरण किया। पटना जंक्शन स्थित महावीर मंदिर मे भी कृष्ण जन्माष्टमी का आयोजन किया गया, जिसमे देर रात तक भगवान कृष्ण की पूजा अर्चना होती रही। इस दौरान महावीर मंदिर को लाइटिंग से सजाया गया था और अंदर वृंदावन की पूरी झलक दिखायी जा रही थी।

रासलीला में डूबे भक्तगण

बोरिंग कैनाल रोड स्थित द्वारिका मंदिर में शनिवार सुबह से श्रद्धालुओं की भीड़ देखी जा रही थी। रात क्ख् बजे के बाद कान्हा के जन्मोत्सव मनाया गया, इस क्रम में प्रभु को विभिन्न तरह के पकवानों का भोग लगाया गया, साथ ही भजन कीर्तन का आयोजन किया गया, जो अभी छह दिनों तक चलेगा। भारतीय नृत्य कला मंदिर के प्रिमाइसेस में आयोजित शनिबहार कार्यक्रम में कान्हा के गीतों से श्रोताओं को सराबोर कर दिया गया। लोकगायक अमरेश कुमार ने भक्ति पूर्ण गीतों से सभी को मंत्रमुग्ध कर दिया। देर रात तक चलने वाले इस कार्यक्रम में कृष्ण भगवान की लीलाओं का भी बीच-बीच में वर्णन किया जाता रहा।