-हार पर मंथन कर नेता प्रतिपक्ष ने दिए पार्टी में बदलाव के संकेत

PATNA: हार के कारणों को जानने के लिए मंडे को राजद में मंथन हुआ। नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने कहा कि बिहार सरकार कार्यकाल पूरा नहीं करेगी। अगले साल तक फिर चुनाव हो सकते हैं। इसलिए तैयार रहना चाहिए। बैठक विमर्श के लिए बुलाई गई थी, लेकिन अंतरविरोधों से बचने के लिए सबका मंतव्य बंद लिफाफे में मांगा गया। उसकी समीक्षा के लिए प्रमंडलवार कमेटी बनेगी। जरूरत पड़ने पर कैंडिडेट और जिलाध्यक्ष को बुलाकर बात की जाएगी। बैठक में किसानों की दशा और आंदोलन पर भी बात हुई।

जनता का अहसानमंद होना चाहिए

उदय नारायण चौधरी के तिलक-तराजू और तलवार वाले तर्को से अलग तेजस्वी यादव ने कहा कि राजद को सभी जाति और धर्मो का वोट मिला है। उन्होंने भी हमें वोट दिया है, जिनके बारे में हमारे विरोधी होने का प्रचार किया जा रहा है। तभी तो हम विधानसभा में सबसे बड़ी पार्टी बने हैं। जनता ने हमें जिताया है, इसलिए हमें उनका अहसानमंद होना चाहिए।

बख्शे नहीं जाएंगे भितरघाती

तेजस्वी ने पार्टी संगठन में बदलाव का संकेत देते हुए कहा कि जिन्हें चुनाव लड़ना है, उन्हें संगठन में जिम्मेदारी नहीं दी जाएगी। भितरघातियों को चेताया कि उन्हें बख्शा नहीं जाएगा। कुछ लोग हैं जो पार्टी में पदाधिकारी बन जाते हैं और चुनाव के दौरान अधिकृत कैंडिडेट को हराने का प्रयास करते हैं, ताकि अगली बार उन्हें मौका मिल जाए। पार्टी के जिन पदाधिकारियों के बूथ पर राजद को कम वोट मिला है, उसकी समीक्षा होगी।

धांधली और एजेंट को बताया जिम्मेदार

अब्दुल बारी सिद्दीकी ने सत्ता से बेदखल रहने के लिए धांधली और पोलिंग एजेंट को जिम्मेदार बताते हुए कहा कि धांधली नहीं होती तो जो 5 हजार वोटों से जीते हैं, वे 15 हजार से जीतते। कई बूथों पर पोलिंग एजेंटों के विलंब से आने के चलते भी हमें कम वोट मिले। रमई राम, आलोक मेहता, भोला यादव, भाई वीरेंद्र, डॉ। तनवीर हसन, वृषिण पटेल, समता देवी, सलीम परवेज ने भी अपनी बातें रखीं। तेज प्रताप यादव, चितरंजन गगन, मदन शर्मा, निराला यादव, प्रेम गुप्ता, निर्भय अंबेडकर और प्रमोद आदि मौजूद थे।