पटना: शिक्षा और विकास को लेकर बिहार सरकार भले रोज गाल बजा रही है लेकिन सिवान की यह तस्वीर यह बताने के लिए काफी है कि पूरा सिस्टम सड़ चुका है। सिवान के दरौली प्रखंड के मध्य विद्यालय उकरेड़ी का यह दृष्य देख जानवर भी लजा जाए। सोमवार को विभाग की उस समय पोल खुल गई जब प्रखंड प्रमुख रूपा देवी स्कूल पहुंची। उन्होंने छात्र-छात्राओं को जमीन पर बैठकर कागज पर मध्याह्न भोजन करते हुए देखा। रसोइया थाली के बदले कागज के पन्नों पर चावल परोसा रहा था। इतना ही नहीं, भोजन परोसने वाला रसोइया कपड़े भी गंदे पहने हुए था। यह देख प्रखंड प्रमुख रूपा देवी ने प्रिंसिपल से कारण पूछते हुए नाराजगी जताई।


नहीं दी जाती है थाली

भोजन कर रहच् बच्चों ने बताया कि स्कूल द्वारा हम लोगों को थाली नहीं दी जाती है। जच् बच्चे घर से थाली लाते हैं वे अपने थाली में भोजन करते हैं और जो नहीं लाते हैं उन्हें कागज के पन्ने पर ही भोजन परोसा जाता है। हम लोग हमेशा इसी कागज के पन्नों पर भोजन करते हैं। प्रमुख द्वारा उपस्थीति पंजी में बनच् बच्चों के उपस्थिति के अनुसार भोजन कर रहच् बच्चों की गिनती कराई तो 3च् बच्चे गायब थे।


बच्चों की संख्या में भी गड़बड़ी

सोमवार को स्कूल में 86 बच्चों की उपस्थिति बनाई गई थी जबकि मात्र 54 बच्चे ही भोजन कर रहे थे। वहीं प्रमुख द्वारा पूछे जाने पर ग्रामीण अक्षय लाल राम ने बताया कि स्कूल में मध्याह्न भोजन में हमेशा गड़बड़ी होती रहती है। भोजन रोज नहीं बनाकर कभी-कभी बनाया जाता है। जब कभी भोजन बनाता भी है तो काफी अनियमितता से। अक्षय लाल ने बताया कि अनियमितता के खिलाफ आवाज उठाने पर फर्जी केस में फंसाने की धमकी दी जाती है।


बाल पंजी पर कौन परोस रहा है भोजन

सवाल यह उठता है कि बाल पंजी पर बच्चों को भोजन कौन परोस रहा है। आज जब देश में शिक्षा अधिकार अधिनियम लागू है, बच्चों को स्कूलों में शिक्षित करने के लिए सरकार द्वारा सभी संसाधन उपलब्ध कराए गए हैं। मध्याह्न भोजन भी उसी का अहम हिस्सा है। इस स्थिति में बिहार के स्कूलों में मध्याह्न भोजन योजना में हमेशा गड़बड़ी की बातें सामने आती रही है। लेकिन विभाग के अधिकारियों पर कोई फर्क की नहीं पड़ता है। स्कूल में बच्चों को बाल पंजी के कागज पर भोजन कराने के पीछे बड़े पैमाने पर गड़बड़ी में पदाधिकारियों की मिलीभगत को कौन सपोर्ट कर रहा है। आखिर बिहार सरकार कब जागेगी।

 

सहायक शिक्षक अक्षयवर यादव और शिक्षक सह सीआरसीसी विजय बहादुर यादव ही सभी कार्य करते हैं। ये जहां कहते हैं वहां मैं हस्ताक्षर कर देती हूं।

-सुशीला देवी, प्रिंसिपल

 

समिति की बैठक नहीं कराई जाती है केवल रजिस्टर पर पारित प्रस्ताव पर घर-घर घुमकर हस्ताक्षर करा लिया जाता है। मैं भी चेक और रजिस्टर पर हस्ताक्षर कर देती हूं।

-पिंकी देवी, सचिव, स्कूल शिक्षा समिति

 

इस सभी अनियमितता के खिलाफ डीएम को पत्र लिखूंगी। मनवता को शर्मशार कर रहा कागज के पन्नों च्र बच्चों को भोजन देना गलत है।

-रूपा देवी, प्रखंड प्रमुख