पटना(ब्यूरो)। देशभर के मेडिकल कालेजों में एमबीबीएस में नामांकन के लिए रविवार को नेशनल इलिजिबिलिटी कम इंट्रेंस टेस्ट (नीट) यूजी 2023 का आयोजन सूबे के 170 केंद्रों पर हुआ। इसके लिए राजधानी में 40 से अधिक केंद्र बनाए गए थे। दोपहर दो बजे से आरंभ होने वाली परीक्षा के लिए अभ्यर्थियों को केंद्रों पर सुबह 11:30 बजे से इंट्री दी गई। दोपहर डेढ़ बजे के बाद किसी को इंट्री नहीं मिल सकी। यह परीक्षा पटना, गया, हाजीपुर, मधुबनी, बिहारशरीफ, सीतामढ़ी, वैशाली, आरा, औरंगाबाद, बेगूसराय, बेतिया, भागलपुर, बक्सर, दरभंगा, गोपालगंज, जहानाबाद, कटिहार, लखीसराय, मधेपुरा, मोतिहारी, मुंगेर, मुजफ्फरपुर, पूर्णिया, समस्तीपुर, सासाराम, सीवान, सुपौल में लगभग 170 परीक्षा केंद्र बनाएं गए थे। परीक्षा में शामिल होने के लिए एक लाख सात हजार 884 अभ्यर्थियों को प्रवेश पत्र जारी किया गया था। इसमें 57 हजार 52 छात्र व 50 हजार आठ सौ 32 छात्राएं शामिल थीं। परीक्षा में लगभग 10 प्रतिशत अनुपस्थित रहे। परीक्षा केंद्रों पर प्रवेश से लेकर परीक्षा कक्ष तक में जांच के लिए कई स्तर पर कांटेक्टलेस जांच की व्यवस्था की गई थी।

प्रश्नों ने टाइम मैनेजमेंट किया फेल

नीट परीक्षा को लेकर अभ्यर्थियों ने समय प्रबंधन कर रखा था। इस परीक्षा में 200 प्रश्न पूछे गए थे। इसमें भौतिकी, रसायन, जीव विज्ञान एवं वनस्पति विज्ञान से 50-50 प्रश्न पूछे गए थे। हर विषय के लिए दो सेक्शन थे, इसमें सेक्शन ए में 35 प्रश्न थे, इसमें सभी प्रश्नों का जवाब अनिवार्य था, जबकि सेक्शन बी में 15 सवाल थे, इसमें 10 का हल करना था। सभी विषयों के कुल 200 प्रश्नों में से 180 का जवाब देना था। इसके लिए 720 अंक निर्धारित है। एएन कालेज परीक्षा केंद्र पर पहुंचे नीरज, राहुल, रौशन, मुकेश आदि ने बताया कि पिछले साल की तुलना में विज्ञान और भौतिकी के प्रश्न आसान थे, रसायन व भौतिकी के कई प्रश्न काफी घुमावदार व उलझाऊ था। इसके कारण काफी समय लग गया। प्रश्नों के समझने व पढऩे में अधिक समय लगने से समय प्रबंधन फेल हो गया। अभ्यर्थियों ने एनटीए से समय और बढ़ाने की मांग की है। विशेषज्ञों के अनुसार सभी प्रश्न एनसीईआरटी से पूछे गए थे। इस वर्ष भी स्कोर 700 से कटआफ का रहेगा।

प्रश्नपत्र वायरल होने की उड़ी अफवाह

नीट के प्रश्न पत्र प्रसारित होने की अफवाह परीक्षा आरंभ होने से पहले ही उडऩे लगी। कई फर्जी प्रश्न भी प्रसारित हुए। कई प्रश्नों का मैच होने की बात परीक्षार्थियों ने स्वीकार किया, तो कई प्रश्न को परीक्षार्थियों ने फर्जी बताया। इस बाबत एनटीए के अधिकारियों ने कहा कि यह केवल अफवाह है, किसी अभ्यर्थी या उसके अभिभावकों के परीक्षा बेहतर नहीं जाने के कारण अफवाह उड़ाई गई होगी। परीक्षा शुरू होने से आधे घंटे पहले ही सेंटर को बंद कर दिया गया था। सभी परीक्षार्थियों को 1:30 बजे दोपहर तक प्रवेश करा लिया गया था, इसके बाद पूरी तरह इंट्री बंद कर दी गई। सभी सिस्टम एनटीए अपने हाथों में लिए हुए था, प्रश्नपत्र बाहर न हो इसके लिए सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किया गया था। परीक्षार्थियों के बीच बांटने के लिए लाए गए प्रश्न पत्र का बाक्स इलेक्ट्रानिक लाक तथा जीपीएस सिस्टम से लैस था। बाक्स को खोलने के लिए एप का इस्तेमाल किया गया था।

खोलना पड़ा गया जूता और आभूषण

कई सेंटर पर जूते और आभूषण पहन कर आने वाले अभ्यर्थियों को सेंटर के बाहर ही जूते उतारने पड़े। कई छात्राओं का आभूषण भी उतरवाया गया। परीक्षा में लगभग सभी परीक्षार्थी हाफ टी-शर्ट में ही नजर आए। छात्रों को क्रास चेक करने के लिए डिजिटल हस्ताक्षर, क्यूआर कोड से छात्र का एडमिट कार्ड और पहचान पत्र स्कैन कर मिलान कराया गया।