-एसपी ट्रैफिक ने स्टूडेंट्स को नौ बजे सेंटर पहुंचने का किया अनुरोध

-नौ बजे तक पीएम के रूट पर जाने की अनुमति, सेंटर्स पर स्लीपर व टीशर्ट में आना होगा

PATNA: ऑल इंडिया प्री मेडिकल एडमिशन टेस्ट के दौरान इस बार स्टूडेंट्स के लिए ड्रेस कोड लागू है। सीबीएसई ने री टेस्ट में धांधली रोकने के लिए कई कदम उठाया है। इसके अलावा सेंटर पर स्टूडेंट्स एडमिट कार्ड व पेन के अलावा किसी प्रकार का कोई इलेक्ट्रॉनिक्स डिवाइस कैरी न कर पाएं, इसके लिए सेंटर्स पर मेटल डिटेक्टर लगाया गया है। सेंटर्स पर स्टूडेंट्स, टीचर्स या ड्यूटी में लगे स्टाफ मोबाइल या अन्य कोई डिवाइस यूज न कर पाएं, इसके लिए सेंटर्स पर जैमर इंसटॉल किया जा रहा है।

कैंडिडेट्स पर लागू होगा ड्रेस कोड

सीबीएसई की ओर से आयोजित होने वाले एआईपीएमटी में मेल स्टूडेंट्स के लिए टी शर्ट और सैंडल्स पहना अनिवार्य होगा। वहीं, ग‌र्ल्स स्टूडेंट्स के बारे में स्थिति स्पष्ट नहीं है। बोर्ड का तर्क है कि पहले हुई एआईपीएमटी में इलेक्ट्रॉनिक गैजेट्स का यूज कर बड़े पैमाने पर पेपर लीक हुआ था। सेंटर पर स्टूडेंट्स के अलावा ड्यूटी में लगे कोई स्टॉफ जूता नहीं पहन पाएंगे।

हो सकती है पारा मिलिट्री की तैनाती

ख्भ् जुलाई को होने वाले प्री मेडिकल टेस्ट के दौरान फूल फ्रूफ सिक्योरिटी की व्यवस्था करने के लिए सेंटर्स पर सिक्योरिटी की स्पेशल व्यवस्था होगी। इलेक्शन की तरह सेंटर्स पर सिक्योरिटी टाइट किया जाएगा। स्टेट की लोकल पुलिस की जगह सीबीएसई पारा मिलिट्री फोर्स की तैनाती पर विचार चल रही है। सिक्योरिटी पर्सन पूरी जांच के बाद स्टूडेंट्स को सेंटर पर एंट्री कराएंगे। सेंटर के अंदर कोई स्टूडेंट्स ब्लू टूथ, चीप, मोबाइल न ले जा पाएं, इसकी ठोस व्यवस्था की गई है।

एग्जाम सुबह दस बजे से होगा

प्री मेडिकल टेस्ट सुबह दस बजे से दोपहर एक बजे तक होगा। टेस्ट के लिए स्टूडेंट्स को समय से पहले रिपोर्ट करना है। टाइम से पहले सेंटर पर एक-एक स्टूडेंट्स की जांच कर एंट्री दी जाएगी। एआईपीएमटी में देश भर में म्.फ्0 लाख स्टूडेंट्स हैं। सेंटर्स के बारे में जानकारी स्टूडेंट्स को ईमेल व एसएमएस से दी जाएगी। सूत्रों की मानें, तो टेस्ट से चंद दिन पहले जानकारी दी जाएगी ताकि फर्जीवाड़े ना हो।

लगेंगे जैमर व मेटल डिटेक्टर

सीबीएसई ने फुलफ्रूफ फ्री एंड फेयर एग्जाम के लिए कई लेवल पर सिक्योरिटी अरेंजमेंट किया गया है। स्टूडेंट्स को मेटल डिटेक्टर के होकर गुजरना पड़ेगा, ताकि पेन व एडमिट कार्ड के अलावा कोई समान नहीं ने जा सकेंगे। नेटवर्क जाम करने के लिए जैमर लगाया जाएगा। ज्ञात हो कि पिछली बार सेंटर्स पर ब्लूटूथ, मोबाइल सहित कई इलेक्ट्रॉनिक्स डिवाइस के माध्यम से देश के कई हिस्सों में फैले रैकेट्स ने पर्चा लीक कर आंसर सरकूलेट किया था। एग्जाम में हुई गड़बड़ी की जांच कर रही एजेंसी ने कोर्ट को बताया है कि क्ख्फ् क्वेश्चन 7भ् मोबाइल के माध्यम से बिहार, झारखंड, राजस्थान एवं हरियाण पहुंचाया गया था। खबरों के मुताबिक इस मामले में 90 क्वेश्चन के आंसर को लीक करने के लिए क्भ्-ख्0 लाख रुपए तक वसूली हुई।

रूट चार्ट देख रास्ता तय करें

स्टूडेंट्स को सेंटर्स पर पहुंचने के लिए कई एरिया में सिक्योरिटी जांच से गुजरना होगा। शहर में पीएम मोदी के प्रोग्राम को ध्यान में रखकर प्रशासन ने कई मार्ग को डाइवर्ट किया है। ट्रैफिक एसपी ने स्टूडेंट्स से नौ बजे तक सेंटर्स पर पहुंचने का अनुरोध किया है। पीएम की सिक्योरिटी को देखते हुए किसी को भी संबंधित रूट में जाने की अनुमति नहीं दी जाएगी।