-एसएसबी और पुलिस की संयुक्त कार्रवाई में मिली कामयाबी

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र्रून्स्नस्नन्क्त्रक्कक्त्र/क्कन्ञ्जहृन्: विशेष टीम ने सरैया के मड़वापाकर इलाके में नाकेबंदी कर हार्डकोर नक्सली सुबोध बैठा को गिरफ्तार किया। वह सब जोनल कमांडर अनिल राम का सहयोगी रहा है। लेवी नहीं देने के कारण एक दर्जन से अधिक विध्वंसक वारदात को अंजाम दे चुका है। एसएसपी मनोज कुमार ने गिरफ्तारी की पुष्टि करते हुए कहा कि पूछताछ में नक्सली संगठन के कई ठिकानों की जानकारी मिली है। विशेष टीम निशानदेही पर विभिन्न जगहों पर कार्रवाई कर रही।

खंगाला जा रहा है रिकॉर्ड

बताया गया कि सूचना पर एसएसबी के कंपनी कमांडर रितुराज के नेतृत्व में सरैया थानेदार शंभू शरण गुप्ता ने पुलिस टीम के साथ सरैया के मड़वापाकर इलाके में नाकेबंदी की। इसी दौरान सुबोध बैठा पकड़ा गया। सुबोध के विरुद्ध दो साल पूर्व बरूराज थाने में मामला दर्ज हुआ था। 2016 में बरूराज इलाके से ही कई नक्सलियों को पकड़ा गया था। उसके ठिकाने से नक्सली पर्चे, साहित्य, हथियार, मादक पदार्थ समेत अन्य सामान बरामद किया गया था। इस मामले में उसकी तलाश चल रही थी। कुढ़नी थाने में पांच साल पहले ईट भट्ठा संचालक से लेवी नहीं मिलने पर उसके प्लांट पर बम विस्फोट करने में भी सुबोध शामिल था। इसके अलावा सरैया थाने में गत साल जोनल कमांडर राजन के अंगरक्षक ओमप्रकाश पासवान उर्फ प्रिंस की गिरफ्तारी हुई थी। जिसमें सुबोध बैठा भाग निकला था। सरैया थाने में ही पांच साल पूर्व लेवी नहीं देने के कारण सीमेंट लदे ट्रक को आग लगा देने के मामले में भी सुबोध शामिल था। मोतीपुर थाने में तीन साल पूर्व सीएंडसी निर्माण कंपनी के बेस कैंप को लेवी नहीं देने के कारण जला दिया गया था। इन सभी मामलों में भी सुबोध शामिल रहा है। इसके अलावा और कई मामलों में सुबोध की संलिप्तता सामने आई है। इसके लिए जिले के अलावा मोतिहारी, वैशाली, सीतामढ़ी व शिवहर समेत अन्य शहरों की पुलिस से संपर्क कर रिकॉर्ड खंगाला जा रहा।