सड़क से धूल कम करने के लिए प्रदूषण विभाग और नगर निगम के कोलैबोरेशन से बनाई गई योजना

PATNA :

पटना की हवाओं में प्रदूषण और धूल की मात्रा कम करने के लिए बिहार पॉल्यूशन कंट्रोल बोर्ड और पटना नगर निगम मिलकर सड़कों पर स्वीपिंग मशीन से सफाई करेंगे हालांकि पटना नगर निगम की तरफ से अभी भी शहर में स्वीपिंग मशीन चलाए जा रहे हैं, लेकिन अब न सिर्फ इनकी संख्या बढ़ जाएगी बल्कि इसमें खर्च की राशि भी नगर निगम को नहीं देनी होगी पॉल्यूशन कंट्रोल बोर्ड इनके खर्च उठाएगा।

इंदौर की तर्ज पर सफाई

पटना नगर निगम के पास अभी 10 स्वीपिंग मशीन है जिसमें रजिस्ट्रेशन इश्यू को लेकर चार मशीनें नहीं चल रही हैं। अब 10 मशीनें और आने से इनकी संख्या कुल 20 हो जाएगी। शहर के सभी 75 वार्डो की 12 फीट और इससे ज्यादा चौड़ी सड़कों की सफाई पटना नगर निगम इंदौर की तर्ज पर कराएगा। एक स्वीपिंग मशीन एक दिन में 30 से 35 किमी की सफाई की क्षमता रखती है। दस मशीनों की खरीद पर खर्च होने वाली राशि बिहार राज्य प्रदूषण पर्षद देने जा रहा है। इसके साथ वाटर स्प्रिंकलर मशीन की भी खरीदारी होगी। इससे सड़कों को पानी से साफ किया जाएगा। यह कार्य चालू वित्तीय वर्ष में धरातल पर उतारने की तैयारी है।

राज्य प्रदूषण पर्षद खरीदेगा मशीन

बिहार राज्य प्रदूषण पर्षद शहर का प्रदूषण खत्म करने और धूलकण में कमी लाने के लिए मशीनों की खरीद का भार उठाएगा। इसके साथ पर्षद दस एंटी स्मॉग गन की खरीद पर भी खर्च वहन करेगा।

गौरतलब है कि पटना वायु प्रदूषण के मामले में पूरे देश में अव्वल रहा है। धूलकण की मात्रा अधिक रहने के कारण बीमारियां बढ़ती जा रही हैं। प्रदूषण के कारण ही पटना में सांस रोग से जुड़े मरीज बढ़ते जा रहे हैं। ऐसे में इन मशीनों के द्वारा शहर की आबोहवा को धूल कण से शुद्ध करने का प्रयास किया जाएगा।

सभी मुख्य सड़कों की होगी सफाई

शहर की सभी मुख्य सड़कों व ब्रांच सड़कों की सफाई मशीन से होने लगेगी। इसके साथ गलियों व मोहल्ले की सफाई व्यवस्था का भार निगम कíमयों पर रह जाएगा। इससे पटना के स्वच्छता क्षेत्र में बदलाव आएगा और प्रदूषण का स्तर भी कम होगा।

मुख्य सड़कों के साथ सभी कनेक्टेड सड़कों को भी साफ रखा जाएगा। सभी अंचल को मशीनें ने दे दी जाएंगी वह एरिया वाइज इसे सफाई के लिए इस्तेमाल करेंगे। अगर जरूरत पड़ी तो हम भाड़े पर और मशीनें भी मंगाएंगे।

हिमांशु शर्मा, नगर आयुक्त, पटना नगर निगम