-लखनऊ से दिल्ली के रास्ते फ्लाइट से लाया गया पटना, एजेंसियों में तालमेल की कमी से बढ़ी परेशानी

PATNA: दरभंगा रेलवे स्टेशन पर पार्सल में बम धमाके मामले में यूपी के कैराना में गिरफ्तार आतंकी सलीम अहमद और कफील को पटना लाने के बाद एजेंसियों में तालमेल की कमी दिखी। सामंजस्य नहीं होने के कारण एनआइए की टीम आतंकियों को लेकर तीन घंटे पटना की सड़कों पर घूमती रही। जांच के लिए आतंकियों को एक से दूसरे अस्पताल में ले जाया गया। दोपहर बाद विशेष कोर्ट में पेश किया गया।

टीम फ्लाइट से पटना पहुंची

आतंकी सलीम अहमद और कफील को लेकर राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआइए) की टीम शनिवार की सुबह 10.45 बजे लखनऊ से वाया दिल्ली होते हुए फ्लाइट से पटना एयरपोर्ट पहुंची थी। एयरपोर्ट से दोनों को 11 बजे एटीएस कार्यालय ले जाया गया। वहां अधिकारियों ने दोनों से घंटे भर पूछताछ की।

आईजीआईएमएस में जांच

पूछताछ के बाद उन्हें एंटीजन व अन्य जांच के लिए इनकम टैक्स चौराहा स्थित गार्डिनर अस्पताल ले जाया गया। वहां जांच की सुविधा नहीं होने के कारण आइजीआइएमएस भेज दिया गया। अस्पताल में जांच के दौरान दोनों कोरोना संक्रमण मुक्त पाए गए। हालांकि, कई तरह की बीमारियों से ग्रसित सलीम को पेशाब में दिक्कत आ रही थी। लिहाजा, वहां यूरोलाजी विभाग के डाक्टरों ने छोटा आपरेशन कर सलीम के पेट के रास्ते से ट्यूब के माध्यम से पेशाब का रास्ता बनाया। करीब एक घंटे के उपचार के बाद एनआइए की टीम दोनों को दोपहर में दोबारा एसीएस कार्यालय लेकर आई। उन्हें कड़ी सुरक्षा के बीच 3.30 बजे पटना सिविल कोर्ट स्थित एनआइए की अदालत में पेश किया गया। करीब दो घंटे की सुनवाई के बाद एनआइए कोर्ट ने अपना निर्णय सुनाया।

पुलिस अधिकारी रहे हलकान

कोर्ट में पेशी के लिए यूपी से लाए गए आतंकियों के शनिवार को पटना में कई मूवमेंट हुए। एयरपोर्ट से एसटीएफ कार्यालय, अस्पताल और बाद में उन्हें कोर्ट ले जाया गया। लिहाजा, एक साथ पुलिस को कई स्थान पर सुरक्षा कड़ी करनी पड़ी। लश्कर आतंकियों की सुरक्षा को लेकर पुलिस अधिकारी पूरे दिन हलकान रहे। आतंकियों की आवाजाही को लेकर एयरपोर्ट, बेली रोड, इनकम टैक्स चौराहा, राजा बाजार, डाक बंगला चौराहा सहित पीरबहोर इलाके में कड़ी सुरक्षा व्यवस्था की गई थी।

मुस्तैद थे बीएमपी जवान

आतंकियों की पेशी को लेकर पटना सिविल कोर्ट में सुबह से ही कड़ी सुरक्षा व्यवस्था की गई थी। मुख्य द्वार के आगे बैरिकेडिंग लगाकर पुलिस बेवजह कोर्ट परिसर में जाने वालों को रोक रही थी। वहीं, दूसरी स्तर पर मुख्य गेट पर तैनात पुलिसकर्मियों की टीम द्वारा लोगों की जांच की जा रही थी। उचित कारण के बाद ही लोगों को अंदर जाने दिया जा रहा था। वहीं, एनआइए की विशेष कोर्ट के बाहर भी पुलिस व बीएमपी के जवानों के दस्ते की तैनाती की गई थी। इस दौरान पटनाइट्स को आवाजाही में काफी परेशानी का सामना करना पड़ा।