पटना (ब्यूरो)।अध्योध्या के नव निर्मित राम मंदिर में भगवान राम लला की प्राण प्रतिष्ठा को लेकर पूरे देश में तैयारी चल रही है। हर राज्य से कुछ न कुछ तोहफा भेजा जा रहा है। प्राण प्रतिष्ठाा में शामिल होने के लिए बिहार से भी 25 लोगों को निमंत्रण मिला है जिसमें मिथिला से दरभंगा राज परिवार के कुमार कपिलेश्वर सिंह सहित तीन लोगों को निमंत्रण दिया गया है। इसको लेकर दरभंगा राज परिवार में खुशी की लहर है। कपिलेश्वर सिंह ने बताया कि मिथिला भगवान राम की ससुराल है। इसलिए ससुराल वालों को बुलाया गया है। बेटी के घर कोई खाली हाथ नहीं जाता है, ऐसी परंपरा रही है। इसलिए दरभंगा राज से सोने का मुकुट और चांदी का खड़ाऊ सहित तीर-धनुष उपहार के तौर ससुराल से जाएगा। इसके लिए पूरी तैयारी कर ली गई है। उन्होंने बताया कि निश्चित तौर पर ये हमारे पूर्वजों का आशीर्वाद है जिसके कारण हमें ऐसा अवसर मिला है।

-500 वर्षो बाद भगवान राम अपने स्थान पर पुन: प्रतिष्ठित होंगे।

कुमार कपिलेश्वर सिंह ने बताया कि भगवान राम अपने जन्म स्थान पर पुन: प्रतिष्ठित होंगे। पूरे भारत से छह हजार लोग प्राण प्रतिष्ठा में शामिल हो रहे हैं जिनमें से चार हजार संत महात्मा हैैं। बाकी बचे दो हजार में राज दरभंगा को भी शामिल किया गय है इसलिए ये पूरे मिथिला के लिए गौरव की बात है। उन्होंने बताया कि वे पत्नी और पुत्र सहित अयोध्या के रामलला मंदिर प्राण प्रतिष्ठा में शामिल होंगे।

-सोने के मुकुट और चांदी की चरण पादुका देंगे उपहार

कुमार कपिलेश्वर सिंह ने बताया कि दरभंगा राज की ओर से राम लला की प्राण प्रतिष्ठा में चांदी की चरण पादुका, चांदी के तीन धनुष व सोने का मुकुट प्रभु राम की ससुराल मिथिला के क्षेत्र दरभंगा राज की ओर से उपहार के तौर पर ले जाएंगे। उन्होंने बताया कि मिथिला से पहले ही पाग, पान और मखाना अतिथियों को परोसने के लिए पहुंचाया गया है। चरण पादुका और सोने का मुकुट श्रीराम को ससुराल की याद दिलाएंगे। उन्होंने बताया कि मिथिला में ही भगवान राम द्वारा धनुष तोड़े जाने के बाद उनका माता सीता से विवाह हुआ था।
इसके मद्देनजर चांदी के धनुष और ïïवाण भी भेंट करने का फैसला किया है।

-आम लोंगों की तरह रहेगें कुमार कपिलेश्वर सिंह

कुमार कपिलेश्वर सिंह ने बताया कि निमंत्रण देने आए अतिथियों ने रहने के लिए होटल की बात कही। उन्होंने बताया कि प्रभु राम के काम में जा रहे हैं इसलिए वहां लगे टेंट में ही रहेंगे और प्रभु राम के काम को साकार करेंगे। अयोध्या 22 जनवरी की सुबह पहुंच जाएंगे। इसके लिए पूरी तैयारी कर ली गई है।