कारोबारियों से पटा क्षेत्र
बाताया जाता है कि इस इलाके में यह पहली नक्सली वारदात है। लोगों का कहना है कि पांच दिसंबर में इस क्षेत्र में बालू का व्यवसाय ठप पड़ा है। जब यहां बालू का कारोबार होता था तब पूरी चहल पहल रहती थी। रात में भी दिन का नजारा दिखता था। पूरा क्षेत्र कारोबारियों से पटा रहता था। मजदूर भी अधिक संख्या में थे। इसके कारण चोरी-डकैती तक की घटनाएं नहीं होती थी। लेकिन जब से बालू व्यवसाय रंगदारी को लेकर ठप पड़ा है तभी से सन्नाटा पसर गया है। यही पसरा सन्नाटा क्षेत्र में नक्सलियों के लिए राह आसान बना दिया है। सूत्रों का कहना है कि इलाके में शांति देख नक्सलियों ने धमाका किया और अपनी उपस्थिति दर्ज करायी। सुरक्षा व्यवस्था की पोल खुल गई है। एसपी सत्यवीर सिंह घटना स्थल पर पहुंचकर पूरे मामले की मानिटरिंग कर रहे हैं। उन्होंने टीम गठित कर छापेमारी का निर्देश दिया है। बरामद नक्सली पोस्टर का भी पुलिस अवलोकन कर रही है। एसपी ने कहा कि किसी भी सूरत में पुल निर्माण का कार्य प्रभावित नहीं होगा। बरामद केन बम को निष्क्रिय करने का प्रयास किया जा रहा है। उधर इस वारदात को लेकर जितनी मुंह उतनी बातें भी हो रही हैं.

कारोबारियों से पटा क्षेत्र

बाताया जाता है कि इस इलाके में यह पहली नक्सली वारदात है। लोगों का कहना है कि पांच दिसंबर में इस क्षेत्र में बालू का व्यवसाय ठप पड़ा है। जब यहां बालू का कारोबार होता था तब पूरी चहल पहल रहती थी। रात में भी दिन का नजारा दिखता था। पूरा क्षेत्र कारोबारियों से पटा रहता था। मजदूर भी अधिक संख्या में थे। इसके कारण चोरी-डकैती तक की घटनाएं नहीं होती थी। लेकिन जब से बालू व्यवसाय रंगदारी को लेकर ठप पड़ा है तभी से सन्नाटा पसर गया है। यही पसरा सन्नाटा क्षेत्र में नक्सलियों के लिए राह आसान बना दिया है। सूत्रों का कहना है कि इलाके में शांति देख नक्सलियों ने धमाका किया और अपनी उपस्थिति दर्ज करायी। सुरक्षा व्यवस्था की पोल खुल गई है। एसपी सत्यवीर सिंह घटना स्थल पर पहुंचकर पूरे मामले की मानिटरिंग कर रहे हैं। उन्होंने टीम गठित कर छापेमारी का निर्देश दिया है। बरामद नक्सली पोस्टर का भी पुलिस अवलोकन कर रही है। एसपी ने कहा कि किसी भी सूरत में पुल निर्माण का कार्य प्रभावित नहीं होगा। बरामद केन बम को निष्क्रिय करने का प्रयास किया जा रहा है। उधर इस वारदात को लेकर जितनी मुंह उतनी बातें भी हो रही हैं।