पटना (ब्यूरो)। राजधानी सहित पूरे प्रदेश में सर्दी का सितम जारी है। हालांकि, रविवार को मौसम में थोड़ा बदलाव जरूर देखने को मिला। रात भर सिहरन ने सताया, लेकिन कई दिनों के बाद दिन में खिली अ'छी धूप से लोगों के चेहरे खिल उठे। धूप में गर्माहट थी सो लोग घरों से बाहर निकले। ब'चे भी रविवार होने और मौसम में सुधार को देखते हुए पार्कों या फिर अन्य पर्यटन स्थलों का रुख किया। नौका विहार के लिए काफी संख्या में लोग गंगा किनारे पहुंचे। गंगा की धाराओं पर सैर की। पहली जनवरी के आठ दिन बाद रविवार को राजधानी के पर्यटक स्थल लोगों से गुलजार दिखे। और तो और घरों की छतों व गलियों में भी लोग धूप की गर्माहट लेते दिखे। हालांकि, शाम ढलते ही पछुआ के कारण कनकनी बढऩे से लोग फिर घरों में दुबक गए।
मौसम विज्ञानी की मानें तो प्रदेश का मौसम अभी बाहर घूमने के लिए अनुकूल नहीं है। अगले दो दिनों तक 19 जिलों में सर्द दिन व राजधानी समेत प्रदेश के 14 जिलों में शीतलहर बने रहने के आसार हैं। दो दिनों के बाद मौसम में थोड़ा बदलाव आने की संभावना है। न्यूनतम तापमान में तीन से चार डिग्री की वृद्धि होने से ठंड से आंशिक राहत मिल सकती है। रविवार को पटना सहित पूर्णिया, मुजफ्फरपुर, दरभंगा, सुपौल, मोतिहारी में भीषण शीत दिवस के हालात बने रहे, जबकि गया जिले में शीतलहर का प्रभाव पूरे दिन बना रहा। वहीं, भागलपुर, छपरा, फारबिसगंज और सबौर में शीत दिवस का प्रभाव बना रहा। इन जगहों पर रहने वाले लोग ठंड से प्रभावित रहे।

गया जिले का टूटा रिकार्ड
रविवार को गया जिला प्रदेश का सबसे ठंडा शहर रहा। यहां के न्यूनतम तापमान में सामान्य से छह डिग्री गिरावट के साथ 2.9 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। गया के न्यूनतम तापमान ने बीते तीन वर्षो का रिकार्ड तोड़ दिया है। 2020 में 11 जनवरी को गया का न्यूनतम तापमान 4.6 डिग्री, 2021 में 30 जनवरी को 3.0 डिग्री सेल्सियस एवं 2022 में 20 जनवरी को गया का न्यूनतम तापमान 4.6 डिग्री सेल्सियस रिकार्ड किया गया था।

10 जिलों के अधिकतम तापमान में गिरावट
पटना सहित प्रदेश के 10 जिलों के गया, नवादा, शेखपुरा, बांका, औरंगाबाद, मुजफ्फरपुर, पूर्वी चंपारण, सिवान, वाल्मीकि नगर का अधिकतम तापमान 10 डिग्री सेल्सियस के नीचे दर्ज किया गया।