पटना (ब्यूरो)। पटना की सड़कों पर मोटर व्हीकल एक्ट के नए नियम लागू होने के बाद सरकार की ओर से जुर्माना वसूली तो शुरू हो गया है, मगर कई नियम को दर किनार कर ट्रैफिक पुलिस और सीसीटीवी कैमरे के माध्यम से चालान जेनरेट हो रहा है। गलत दिशा में वाहन को ले जाने पर और लालबत्ती को पार करने और स्टॉपलाइन का उल्लंघन करने पर दो पहिया वाहन स्वामियों को एक हजार और तीन पहिया वाहन स्वामियों को दो हजार रुपये का जुर्माना हो रहा है। जबकि शहर के कई चौक-चौराहों पर स्टॉप लाइन और जेब्रा कॉसिंग मिट गया है। सिग्नल खराब है। इसके साथ हाई सिक्यूरिटी नंबर प्लेट के बिना शहर में चलने पर चालान करने की दावे ट्रैफिक विभाग की ओर से की जाती है। शहर में कई वाहन चालक ऐसे हैं जो चालान की डर से नंबर प्लेट को ढक कर शहर में घुमते हैं। ऐसे वाहन स्वामियों पर ध्यान प्रशासन की नहीं जाती है। पढि़ए रिपोर्ट

जेब्रा क्रॉसिंग दिखता ही नहीं
शहर में कुल 29 जगहों पर अत्याधुनिक कैमरे लगाए गए हैं, जिससे चालन जेनरेट हो रहा है। जहां कैमरें लगाए गए हैं ऐसे कई चौराहा है जहां जेब्रा क्रॉसिंग पूरी तरह से मिट गया है। स्टॉपर लाइन पार करते ही वाहनों का चालान कैमरे के माध्यम से हो जाता है और वाहन स्वामियों को रजिस्टर्ड नंबर पर मैसेज चला जता है। दैनिक जागरण आई नेक्स्ट ने सड़क सुरक्षा सप्ताह में कई वाहन स्वामियों से बात की तो सभी ने कहा कि नियम विरुद्ध चालान हो रहा है।

दृश्य 1
डाकबंगला चौराहा जहां प्रतिदिन 40 से 50 हजार वाहन निकलते हैं। इस चौराहा पर गांधी मैदान की तरफ से आने वाले मार्ग पर जेब्रा कॉसिंग तो बना है मगर आधे से अधिक मिट गया है। वाहन स्वामियों ने बताया कि शहर के व्यस्तम चौराहा में से एक होने के चलते प्रशासन की नजर हमेशा रहती है। जरा सी चूक होने पर तुरंत चालान जेनरेट हो जाता है। बावजूद जेब्रा कॉसिंग को सही नहीं कराया गया है।

दृश्य 2
बिना आईएसआई मार्का के बिक रहे हेलमेट
सरकार की ओर से वाहन स्वामियों को आईएसआई सर्टिफाइड हेलमेट पहनना अनिवार्य है। शहर के बेली रोड और भट्टाचार्या मार्ग में बिना आईएसआई सर्टिफाइड हेलमेट खुलेआम बिक रहा है। कई बार ट्रैफिक विभाग के अधिकारी वहां जाकर जांच पड़ताल भी करते हैं जिसके कुछ दिनों तक बिक्री बंद रहता है। फिर चालू हो जाता है। हेलमेट की क्वालिटी खराब होने की वजह से सड़क दुर्घटना में होने वाले मृत्यु में 30 फीसदी मृत्यु खराब क्वालिटी की वजह से होती है। अगर इन दुकानों को पर चालान किया जाए तो मृत्यु कम होगी। इतना ही नहीं मोटर व्हीकल एक्ट के तहत वाहनों को मॉडिफाई करना अपराध है, मगर भट्टाचार्य रोड में टू व्हीलर वाहनों का मॉडिफाई भी मिस्त्री कर देता है।

दृश्य 3
कई जगह से रिफलेक्टर हैं गायब
शहर के व्यस्तम मार्गों पर रात के समय वाहन चलाने वाले लोगों की सुविधा के लिए सड़क पर रिफ्लेक्टर लगाए गए हैं। आर ब्लाक से पटना जंक्शन के बीच कई जगह से रिफ्लेक्टर गायब हैं। इसे सही कराने के लिए न तो परिवहन विभाग कोई इंटरेस्ट दिखा रहा है न ही ट्रैफिक विभाग ध्यान दे रहा है। इस कारण कई बार वाहन स्वामी कंफ्यूज हो जाते हैं।

नीदरलैंड की कंपनी ने लगाया था टाइमर सिग्नल
साल 2016 से 19 के बीच में तत्कालीन प्रमंडलीय आयुक्त आनंद किशोर के कार्यकाल में 100 स्पॉट पर नीदरलैंड की कंपनी द्वारा करोड़ों रुपये खर्च कर ट्रैफिक सिग्नल लगवाए गए थे। कुछ दिनों तक चलने के बाद ये खराब हो गए। अब स्मार्ट सिटी पटना की ओर से 29 चौराहों पर टाइमर युक्त अत्याधुनिक सिग्नल और कैमरे लगवाए गए हैं। बांकी जगहों पर सिग्नल सही कराने के लिए विभाग आगे नहीं आ रही है।

नीदरलैंड की कंपनी द्वारा शहर में 100 जगहों पर लगाया गया था सिग्नल
- पुराने सभी सिग्नल हो गए खराब
- स्मार्ट सिटी पटना की ओर से 29 जगहों पर लगाया गया टाइमर युक्त सिग्नल
- टाइमर सिग्नल शहर में 21 जगहों पर कर रहा है काम
- शहर में कई जगहों पर जेब्रा कांसिग मिट गया है
- डुप्लीकेट हेलमेट बेचने वाले और वाहन को मॉडिफाई करने वाले कारोबारियों पर प्रशासन नहीं कर रही है कार्रवाई
- शहर में कई जगहों पर रिफ्लेक्टर हो गया गायब



ट्रैफिक व्यवस्थ जहां ठीक नहीं है वहां ठीक होगी। जेब्रा क्रॉसिंग को भी दुरुस्त किया जाएगा। स्मार्ट सिटी की ओर से 29 जगहों पर सिग्नल और कैमरे लगाए गए हैं। पुराने सिग्नल अभी काम नहीं कर रहा है।
- पुरन झा, एसपी ट्रैफिक, पटना

सरकार नियम बनाकर वाहन स्वामियों को चालान करती है। चौराहों पर बने जेब्रा कॉसिंग को भी सही कराने की जरूरत है।
- राहुल कुमार सिंह

कैमरे के माध्यम से चालान हो रहा है वो ठीक है, मगर जहां सिग्नल खराब है उसे ठीक कराने की जरूरत है।
- रंजीत कुमार

सड़क पर रिफ्लैक्टर लगाए गए हैं। शहर के कई मार्ग पर से रिफ्लेक्टर गायब हो गए हैं। उसे दुरुस्त कराने के लिए ट्रैफिक विभाग ध्यान नहीं दे रहा है।
- सोना

जब तक हेलमेट कारोबारियों पर कार्रवाई नहीं होगी तब तक एक्सीडेंट होना बंद नहीं होगा। हेलमेट कारोबारी खराब क्वालिटी के हेलमेट बेचते हैं।
- अंशु

चौराहों पर स्टॉपर दिखता ही नहीं है। इसे पेंट कराने की आवश्यक है। स्टॉपर पार करने पर चालान कट जाता है। इसे तत्काल सुधारने की आवश्यकता है।
- गुलशन