पटना(ब्यूरो)।हाथी घोड़ा पालकी, जय कन्हैया लाल की नंद घर आनंद भयो जय हो नंदलाल की बुधवार की मध्यरात्रि में भगवान कृष्ण के जन्मोत्सव में शहर के गली-मुहल्ला से ये जयकारे गूंज रहे थे। बुधवार को जन्माष्टमी के पर्व पर भाद्रपद कृष्ण मध्यरात्रि व्यापिनी अष्टमी तिथि व रोहिणी नक्षत्र के सुयोग में योगेश्वर कृष्ण का जन्मोत्सव गृहस्थजनों के घर-घर में मनाया गया। बड़े, बुजुर्ग, बच्चे, महिलाएं सब कृष्ण की भक्ति में सराबोर रहेे। सुबह से ही तैयारियां चल रही थी। घरों में विशेष फूलमाला तथा पत्तों से पालना को आकर्षक ढंग से सजाया गया था.मध्यरात्रि में घंटी, शंख, मृदंग, ढोल, झाल आदि बजाते हुए भगवान लड्डू गोपाल एवं शालिग्राम की विधिवत जन्म कराकर गंगाजल, पंचामृत आदि से स्नान फिर नए वस्त्र, आभूषण, केसर युक्त चंदन का लेप, नाना प्रकार के फूल माला, इत्र, धुप-दीप, माखन-मिश्री के साथ ऋतुफल, मिष्ठान, मावा, पंजीरी आदि का भोग के बाद आरती उतारी गयी। पूरी राजधानी मानों वृन्दावन और मथुरा बना हुआ था।

महासंयोग में मना जन्माष्टमी का पर्व
आचार्य राकेश झा ने बताया कि बुधवार को वृष लग्न के चंद्रमा में जयंती योग, बव करण, वृष लग्न, रोहिणी नक्षत्र, सिद्धि योग एवं सर्वार्थ सिद्धि योग के महासंयोग में श्रीकृष्ण का जन्मोत्सव मनाया गया। ज्योतिष शास्त्र में जयंती योग का होना अत्यंत शुभ एवं पुण्यकारी होता है। त्रिजन्म के पाप से मुक्ति हेतु श्रद्धालुओं ने जयंती योग में भगवान कृष्ण के बाल रूप की पूजा-आराधना किया। जिस योग में लीलाधर भगवान श्रीकृष्ण का द्वापर युग में जन्म हुआ था, वैसे ही योग में बुधवार को जन्माष्टमी मनायी गयी। बुधवार को वंशीधर के जन्माष्टमी पर गोपाल भगवान के संग माता देवकी,वासुदेव, बलदेव, नन्द, यशोदा की भी पूजा-अर्चना प्रीतिपूर्वक किया गया.सुख-समृद्धि एवं गुणवान संतान की कामना से इस पुण्यकारी योग में लड्डू गोपाल भगवान की पूजन हुई।

-साधु-संत, वैष्णवजन आज मनाएंगे कृष्णाष्टमी

ज्योतिषी झा ने कहा कि बुधवार के मध्यरात्रि में अष्टमी तिथि व रोहिणी नक्षत्र होने से आम जनमानस ने जन्माष्टमी का पर्व बुधवार को मनाया। वहीं मंदिरों में तथा साधु-संत, वैष्णवजन आज गुरुवार को औदायिक तिथि से रोहिणी व मृगशिरा नक्षत्र के युग्म संयोग में कृष्णाष्टमी का त्योहार मनाएंगे। गुरुवार को अष्टमी तिथि रात 07.51 बजे तक एवं रोहिणी नक्षत्र शाम 3.07 बजे तक है। महावीर मंदिर, इस्कॉन मंदिर, विजय राघव मंदिर समेत अन्य मंदिरो में गुरुवार को भगवान श्रीकृष्ण का जन्मोत्सव मनाया जाएगा। इसको लेकर मंदिरों में विशेष तैयारियां चल रही है। दर्शनार्थियों के लिए पुख्ता इंतजाम किये गए है। फूलमाला एवं लाइट बल्बों से मंदिरों में भव्य सजावट भी की गयी है। भगवान श्री कृष्ण एवं राधा रानी की अलौकिक श्रृंगार के साथ मंदिर की साजो-सज्जा भक्तों का मन मोह रही है । मंदिरों में भजन-कीर्त्तन, वंशीधर की अलौकिक लीला दर्शन एवं अभिषेक के बाद मध्यरात्रि में भगवान का मंत्रोच्चार के साथ दिव्य श्रृंगार एवं आरती होगी।