पटना (ब्यूरो)। गया जिले के आमस थाना क्षेत्र के पथरा गांव में जहरीली पेय पदार्थ पीने से चाचा भतीजे सहित तीन लोगों की मौत हो गई, जबकि एक दर्जन लोग बीमार पड़ गए हैं। मृतक के स्वजनों के मुताबिक गांव के कुछ घरों में ऐसा पेय बेचा जाता है। सोमवार की शाम गांव के लोगों ने पेय पदार्थ पीया था। पीने के कुछ देर के बाद ही सबों की तबीयत धीरे-धीरे खराब होने लगी। सभी को अस्पताल पहुंचाया गया। अस्पताल के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ। महेश कुमार ने दो लोगों की स्थिति नाजुक देखते हुए उसे बेहतर इलाज के लिए अनुग्रह नारायण मगध मेडिकल अस्पताल रेफर किया। रास्ते में दोनों की मौत हो गई। बसंत यादव की मौत इलाज के दौरान अनुग्रह नारायण मगध मेडिकल अस्पताल में हो गई। मृतक अर्जुन पासवान 40 वर्ष और अमर पासवान 36 वर्ष रिश्ते में चाचा भतीजा है। इस तरह के पेय पदार्थ पीने से बीमार पड़े करीब एक दर्जन लोगों को रातभर इलाज करने के बाद सुबह में बेहतर इलाज के लिए अनुग्रह नारायण मगध मेडिकल रेफर किया गया है। जिन लोगों की तबीयत खराब हुई है उसमें अजय पासवान, सुमन कुमार, लालदेव यादव, संजय यादव, सुनील पासवान, हरेंद्र पासवान, संजय यादव, कैलाश यादव, दिनेश कुमार, कपिल पासवान, और अशोक यादव हैं। दो लोगों की हुई मौत और इतने लोगों की स्थिति खराब रहने के कारण गांव में सन्नाटा पसरा हुआ है।
पुलिस कर रही छापेमारी
परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है। पुलिस गांव में छापेमारी किया। प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ। महेश कुमार ने बताया कि मृतक अमर कुमार और अर्जुन पासवान यहां आने के बाद बताया था कि उन लोगों ने शराब का सेवन किया है। दोनों के आंख से रोशनी खत्म हो रही थी और दोनों के सांस में प्रॉब्लम था। इधर अस्पताल में एंबुलेंस नहीं रहने के कारण ग्रामीणों ने हंगामा किया है। ग्रामीण जहरीली पेय पदार्थ से हुई मौत को लेकर सीधे पुलिस को दोषी ठहरा रहे हैं। ग्रामीणों का कहना है कि आमस थाना से पथरा गांव की दूरी एक किलोमीटर से कम है। ऐसे में इस गांव में खुलेआम शराब बिकता है और पुलिस कोई कार्रवाई नहीं करती है। घटना की खबर सुनकर शेरघाटी के डीएसपी पहुंच चुके हैं। इधर मौत को लेकर पूछे जानेेेे पर एक पुलिस पदाधिकारी ने स्वीकार किया है कि जो रिपोर्ट मिल रही है उसके मुताबिक मौत शराब पीने से हुई है।