लॉकर में सुरक्षित रहेंगे सभी महत्वपूर्ण दस्तावेज
PATNA: डिजिटल लॉकर अकाउंट ओपन करने के मामले में बिहार टॉप-15 के बाहर हैं। जनसंख्या के मुताबिक एक प्रतिशत लोगों ने भी अपना अकाउंट नहीं ओपन किया है। केन्द्र सरकार ने डिजिटल इंडिया योजना के तहत सभी लोगों को डिजिटल लॉकर का उपयोग करने को कहा था। इसकी शुरुआत फरवरी-2015 में हुई थी, लेकिन पौने दो साल से अधिक समय में बिहार में सिर्फ 42 हजार लोगों ने ही डिजिटल लॉकर में अपना अकाउंट ओपन किया। वहीं, महाराष्ट्र पहले स्थान पर है। यहां पर 173045 लोगों ने डिजिटल लॉकर में अकाउंट ओपन किया है।
सुरक्षित रहेंगे सभी दस्तावेज
अभी तक इंटरव्यू देने के लिए सभी दस्तावेज साथ ले जाना पड़ता था। लेकिन डिजिटल लॉकर में दस्तावेज अपलोड होने पर कोई भी कागज साथ नहीं ले जाना पड़ेगा। इंटरव्यू की प्रक्रिया पूरी होने के बाद पांच मिनट में सभी दस्तावेज जमा कर सकते हैं। इसके लिए डिजिटल लॉकर को ओपन कर सभी दस्तावेज निकाल सकते हैं। लॉकर में अपलोड दस्तावेज पूरी तरह सुरक्षित रहेगा।
मात्र बने 42 हजार लॉकर
बिहार की जनसंख्या करीब 11 करोड़ है। डिजिटल लॉकर की बात करें तो इसका एक प्रतिशत लोगों ने भी लॉकर नहीं बनाया है। वर्तमान में बिहार के सभी जिलों को मिला कर मात्र 42142 लोगों ने डिजिटल लॉकर बनाया है।
ऐसे बना सकते हैं लॉगिनन ID
सबसे पहले गुगल में जाकर डिजिटल लॉकर टाइप करना होगा। इसके बाद एक पेज खुलेगा। वहां पर लॉगिन आईडी में जाकर अपना आधार नम्बर टाइप करना होगा। उसके बाद रजिस्टर्ड नम्बर पर चार नम्बर का चार नम्बर पर ओटीपी नम्बर आएगा। उसको टाइप करने के बाद आपका पेज खुलेगा। अपलोड करने का ऑप्शन मिल जाएगा। इसके बाद दस्तावेज अपलोड कर सकते हैं।
राज्यों में बने लॉकर की संख्या
महाराष्ट्र 173045
उत्तर प्रदेश 166206
तमिलनाडु 99349
पश्चिम बंगाल 97813
आंध्रप्रदेश 97369
झारखण्ड 92249
हरियाणा 90119
केरला 73871
मध्यप्रदेश 73558
छत्तीसगढ़ 68234
राजस्थान 66350
कर्नाटका 63350
पंजाब 51696
ओडिसा 46236
नई दिल्ली 45923
बिहार 42142
उत्तराखंड 16957
हिमाचल प्रदेश 16621
तेलांगना 13460
पांडुचेरी 7342
जम्मू-कश्मीर 7014
चंडीगढ़ ़ 5186
सिक्किम 4821
मणिपुर 3479
त्रिपुरा 2606
असम 1694
गोवा 1526
दादरा और नगर हवेली 1340
अंडमान और निकोवर 766
अरुणाचल प्रदेश 481
दमन और द्वीप 344
नागालैंड 249
मिजोरम 99
लक्ष्यद्वीप 49