ट्रैफिक करना पड़ता डायवर्ट
आर ब्लॉक का गेट खुला रहा तो फिर किसी को परेशानी नहीं होती है। जिसे जिधर से मन करता है निकल जाते हैं, लेकिन इसके बंद होने के बाद यह पूरे पटना शहर के ट्रैफिक सिस्टम को बिगाड़ देता है। उसके बाद जाम में फंसा हर कोई यही कहता है कि फिर आर ब्लॉक बंद हो गया है। आर ब्लॉक के बंद होने और खुलने का असर पूरे शहर पर पडऩे लगा है। क्योंकि ओवर ब्रिज के बनने के बाद इस चौराहे का यूज अधिक होने लगा है। हर दिन यहां से तीन लाख लोगों का आना जाना होता है। राजेंद्र नगर, कंकड़बाग, मीठापुर, गर्दनीबाग, अनीसाबाद एरिया के लोग सबसे अधिक इसका यूज करते हैं.ट्रैफिक डीएसपी थ्री एनएम झा ने बताया कि सिर्फ आर ब्लॉक की वजह से पूरे शहर की ट्रैफिक गड़बड़ा जाती है। क्योंकि यहां लगभग तीन लाख ट्रैफिक का लोड रहता है जिसे गेट बंद होने के बाद अचानक से डायवर्ट करना पड़ता है जो इनकम टैक्स गोलंबर, डाक बंगला होते हुए स्टेशन, गांधी मैदान या फिर चिरैयाटांड़ पुल होकर राजेंद्रगर, कंकड़बाग और अगमकुंआ की ओर जाता है। इस ट्रैफिक को जब तक स्मूथ किया जाता है तब तक दूसरे एरिया की ट्रैफिक का लोड भी इस पर पडऩे लगता है।

 
तो फिर बढ़ जाती है प्राब्लम

आर ब्लॉक चौराहा की ओर जाने वाला ट्रैफिक जैसे ही दूसरे रूट होते हुए बढ़ता है तो पहले से उस रूट के ट्रैफिक के लोड को और भी बढ़ देता है। इस वजह से बेली रोड पर जाम उस समय और बढ़ जाता है जब आर ब्लॉक का प्रेशर डायवर्ट होता है। क्योंकि इस पर राजाबाजार से जगदेव पथ का ट्रैफिक पहले से ही रहता है।

 
पैरेलल ओवर ब्रिज ही बचाएगा जान

आर ब्लॉक के पैरेलल अलग से ट्रैफिक की भीड़ निकालने का अरेंजमेंट नहीं है। इससे कई प्राब्लम आती है। उम्मीद की जा रही है कि जीपीओ से मीठापुर की ओर गिरने वाला ओवर ब्रिज भिखारी ठाकुर पुल को भी सपोर्ट करेगा। उसके बाद काफी हद तक ट्रैफिक कंट्रोल किया जा सकता है।