अब सिर और रीढ़ की चोट के साथ ब्रेन स्ट्रोक के मरीज को शहर के अस्पतालों में बेड खाली होने का इंतजार नहीं करना पड़ेगा। राजवंशी नगर स्थित लोक नायक जयप्रकाश नारायण हॉस्पीटल में बन रहे 400 बेड के नए भवन में फिजिकल मेडिसिन एंड रिहैबिलिटेशन सेंटर भी खुलेगा। अभी तक ये सुविधा सरकारी स्तर पर पीएमसीएच, आईजीआईएमएस व एनएमसीएच में है। मगर मरीजों की संख्या अधिक होने की वजह से अक्सर बेड खाली नहीं होने की स्थिति में मरीजों को प्राइवेट अस्पताल की ओर रुख करना पड़ता है। हॉस्पीटल के डॉक्टरों की माने तो नए भवन के खुलने के बाद हाथ व पैर की बेजान होने का इलाज डॉक्टर करेंगे। इसके लिए दो न्यूरो फिजिशियन व दो न्यूरो सर्जन पद पर डॉक्टर की नियुक्ति की जाएगी। एलएनजेपी हॉस्पीटल प्रशासन की माने तो डॉक्टरों की नियुक्ति के लिए स्वास्थ्य विभाग को प्रस्ताव भेज दिया गया है। पढि़ए रिपोर्ट

बेजान मरीज होंगे सक्रिय
डॉक्टरों ने बताया कि रिहैबिलिटेशन सेंटर में ऐसे मरीज की भर्ती की जाती जिनका हाथ-पैर पूरी तरह से काम करना बंद कर देता है। सेंटर में आने के बाद मरीजों की जांच होती है। फिर बेजान हुए हाथ-पैर में जान डालने का प्रयास डॉक्टर करते हैं। जिससे मरीज का हाथ-पैर सक्रिय हो जाता है। इस सुविधा के शुरू होने से आईजीआईएमएस का भार भी हल्का हो जाएगा क्योंकि इलाज के लिए क्यू लगा रहता है।

ट्रामा सेंटर से होगा संचालन
एलएनजेपी हॉस्पीटल के डॉक्टरों ने बताया कि ब्रेन स्ट्रोक, सिर व रीढ़ की हड्डी में चोटिल गंभीर मरीजों का इलाज ट्रामा सेंटर से होगा। मरीज की स्थिति नियंत्रित होने पर उन्हें नए भवन में शिफ्ट किया जाएगा। डॉक्टरों ने बताया कि नए भवन में 400 बेड की क्षमता होगी। जहां शहर के बाहर के मरीजों का भी इलाज किया जाएगा। डॉक्टरों ने बताया कि नए भवन के शुरू होने के बाद स्पाइन इंज्यूरी के मरीजों का भी इलाज होगा।

तेजी से चल रहा काम
एलएनजेपी हॉस्पीटल में रिहैबिलिटेशन सेंटर की सुविधा शुरू करने के लिए नए भवन का निर्माण कार्य तेजी से चल रहा है। डॉक्टर ने बताया कि 90 फीसदी कार्य इस साल के अंत तक हो जाएगा। फिनिशिंग कार्य नए साल में शुरू होगा। सब कुछ ठीक रहा तो जून 2025 में नए भवन रिहैबिलिटेशन सेंटर की शुरुआत होगी। डॉक्टरों ने बताया कि ब्रेन स्ट्रोक के मरीज के लिए हाई टेक तरीके का इक्यूपमेंट भी लगाया जाएगा। इसके लिए अस्पताल प्रशासन पूरी तरह तैयारी कर ली है।


हॉस्पीटल में फिजिकल मेडिसिन एंड रिहैबिलिटेशन सेंटर नए भवन में खुलेगा। इसके लिए न्यूरो सर्जन और न्यूरो फिजिशियन डॉक्टर की भर्ती की जाएगी। प्रस्ताव स्वास्थ्य विभाग को भेज दिया गया है।
- डॉ। सुभाष चन्द्रा, निदेशक, एलएनजेपी हॉस्पीटल पटना