पटना (ब्यूरो)। इंदिरा गांधी इंस्टीट््यूट आफ मेडिकल साइंस (आइजीआइएमएस) में सर्वर की परेशानी गुरुवार को भी बनी रही। अस्पताल प्रशासन की ओर से पुराने के साथ-साथ नए सर्वर से भी काम किया जा रहा है। लेकिन इसके सुस्त होने से मरीजों को परेशानी उठानी पड़ी। इससे मरीज काफी परेशान रहे। कई घंटे कतार में लगने के बाद ओपीडी में दिखाने के लिए रजिस्ट्रेशन करा सके। साथ ही पुरानी जांच रिपोर्ट लेने में उन्हें पसीना छूट गया। मरीजों को काफी देर कतार में रहने के बाद रिपोर्ट मिल सकी। जगदेव पथ निवासी राधे श्याम पांडेय, छपरा निवासी रंधीर कुमार, सीतामढ़ी निवासी संजय कुमार ने बताया कि कई दिन पहले खून जांच के लिए सैंपल दिया था। गुरुवार को काफी देर लाइन लगने के बाद भी रिपोर्ट नहीं मिल सकी। काउंटर पर कर्मचारियों ने बताया कि सर्वर के खराबी के कारण रिपोर्ट निकलने में परेशानी हो रही है। एक-दो दिनों में सर्वर के ठीक होने के बाद आसानी से रिपोर्ट मिलने लगेगी।

घंटों लाइन में लगने के बाद पहुंचे ओपीडी

सर्वर में गड़बड़ी होने के कारण रजिस्ट्रेशन का कार्य पूरी तरह धीमा रहा। इससे ओपीडी में डाक्टरों से दिखाने वाले मरीजों को खासी परेशानी झेलनी पड़ी। मरीज सुबह साढ़े सात बजे से ही लाइन में लगे। इसके बाद साढ़े आठ बजे से रजिस्ट्रेशन आरंभ हुआ, लेकिन सर्वर के स्लो रहने के कारण काफी देर इंतजार करने पर मरीजों का रजिस्ट्रेशन हुआ। बताया जाता है कि गुरुवार को लगभग 950 नए मरीजों का ही रजिस्ट्रेशन हो सका। जबकि हर दिन अमूमन इसकी संख्या डेढ़ हजार से अधिक होती है। इस बाबत चिकित्सा अधीक्षक सह उप निदेशक डा। मनीष मंडल ने बताया कि सर्वर में परेशानी बरकरार है। इसे दुरुस्त करने को लेकर लगातार टीम कार्य कर रही है। सर्वर स्लो होने के कारण मरीजों को थोड़ी परेशानी उठानी पड़ रही है, लेकिन सभी कार्य हो रहे है। रजिस्ट्रेशन की समय सीमा भी बढ़ा कर दो बजे दोपहर तक कर दिया गया है। जबकि डाक्टर शाम तक सभी मरीजों को देख रहे है।