- हेल्थ मिनिस्टर मंगल पांडेय ने दी जानकारी

- एक दिन में 1.15 लाख महिलाओं का टीकाकरण

- तीन महीने में 10.22 लाख का हुआ वैक्सीनेशन

PATNA : अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के मौके पर करीब सवा लाख महिलाओं का टीकाकरण कर इतिहास रचने वाला बिहार अब 92 लाख पेंशनरों के टीकाकरण की तैयारी में है। राज्य सरकार की वृद्धजन पेंशन योजना, वृद्धावस्था पेंशन से जुड़े 77 लाख पेंशनरों के साथ ही दिव्यांग और विधवा पेंशन के अन्य 15 लाख लाभार्थियों के लिए जल्द ही टीकाकरण अभियान शुरू होगा। यह जानकारी मंगलवार को स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय ने प्रेस कांफ्रेंस में दी।

पेंशनरों का बन रहा डाटा बैंक

मंत्री पांडेय ने बताया कि टीकाकरण अभियान को गति देने के लिए पेंशनरों का डाटा बैंक बनाया जा रहा है। डाटा बैंक बनते ही इनके टीकाकरण का अभियान शुरू होगा।

जनप्रतिनिधियों का सहयोग भी

टीकाकरण अभियान को विस्तार देने के लिए पंचायती राज प्रतिनिधियों से समन्वय कर पंचायत स्तर पर टीकाकरण की योजना पर भी स्वास्थ्य महकमा काम कर रहा है।

महिला टीकाकरण में नजीर बना बिहार

मंत्री मंगल पांडेय ने बताया कि बिहार ने अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस पर 1.15 लाख महिलाओं का टीकाकरण कर इतिहास रचा है। महिला दिवस पर 45-59 साल वाली 18185 बीमार और 60 से अधिक आयु की 97617 महिलाओं का एक दिन में टीकाकरण हुआ। दोनों मिलाकर यह संख्या 115802 होती है।

राज्य में वैक्सीन की पर्याप्त डोज मौजूद

मंत्री ने बताया कि राज्य में वैक्सीन की पर्याप्त डोज मौजूद हैं। कोवैक्सीन की 22.06 लाख और कोविशील्ड की 2.74 लाख डोज राज्य में हैं। इनमें से अब तक 10,44,538 डोज लोगों को दी गई है। इस संख्या में पहली और दूसरी डोज लेने वाले शामिल हैं।

25 मार्च तक होंगे 2000 टीकाकरण केंद्र

मंत्री ने बताया कि एक मार्च को राज्य में 94 टीकाकरण केंद्र थे। पांच मार्च को इनकी संख्या बढ़कर 750 हो गई। आठ मार्च को 1100 टीकाकरण केंद्र बनाए गए। अब 15 मार्च तक 1500 और 25 मार्च तक टीकाकरण केंद्रों की संख्या बढ़ाकर दो हजार कर दी जाएगी। प्रेस कांफ्रेंस में स्वास्थ्य के अपर सचिव कौशल किशोर के अलावा दूसरे पदाधिकारी भी मौजूद रहे।

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13.70 लाख श्रमिक आयुष्मान योजना से जोड़े जाएंगे

मंत्री मंगल पांडेय ने बताया कि भवन निर्माण और अन्य निर्माण कार्यो में लगे 13.70 लाख श्रमिकों को सरकार आयुष्मान योजना से जोड़ेगी। इसके लिए राज्य स्वास्थ्य सुरक्षा समिति और भवन एवं अन्य कार्य में लगे कामगारों के बोर्ड के बीच समझौता पत्र पर 24 स्पेशलिटी के 1574 प्रकार के पैकेज के लिए हस्ताक्षर हुआ है। योजना से जुड़ने वाले श्रमिक परिवार को पांच लाख तक के इलाज की सुविधा मिलेगी। इसके साथ ही वसुधा केंद्रों पर बनने वाले गोल्डन कार्ड के लिए अब 30 रुपये का शुल्क भी नहीं लगेगा। यह कार्ड मुफ्त में बनाया जाएगा।

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18137 लोगों ने लिया टेलीमेडिसीन सेवा का लाभ

प्रेस कांफ्रेंस में मंत्री पांडेय ने बताया कि 21 फरवरी को दूर-दराज में रहने वाले ग्रामीणों की टेलीमेडिसीन के माध्यम से डॉक्टरी सलाह देने की योजना शुरू की गई थी। आठ मार्च तक 18137 लोगों ने टेलीमेडिसीन सेवा का लाभ लिया है। मंत्री बताया अभी 231 हब और 1724 स्पोक मॉडल यह सुविधा दे रहे हैं। मार्च के अंत तक स्पोक मॉडल की संख्या 4000 कर दी जाएगी।