-पहले 2 से 18 वर्ष तक के बच्चों का पहले रजिस्ट्रेशन

PATNA : बच्चों को लगने वाली वैक्सीन के लिए पटना एम्स में रजिस्ट्रेशन फ्राइडे 28 मई से होगा। रजिस्ट्रेशन के बाद कोरोना और एंटीबॉडी की जांच के बाद बच्चों को वैक्सीन की डोज दी जाएगी। सबसे पहले 2 से 18 साल के बच्चों को बड़ों की वैक्सीन दी जाएगी। इस प्रकार, वैक्सीन का परीक्षण किया जाएगा। इस ट्रायल में बिहार के किसी भी क्षेत्र के बच्चे शामिल हो सकते हैं। पटना एम्स की ओर से यह अपील की गई है कि इस ट्रायल में बिहार के बच्चे शामिल हों ताकि बच्चों के लिए वैक्सीन तैयार कर कोरोना को मात दी जा सके।

स्टेप 1 : रजिस्ट्रेशन के लिए कराना होगा फोन

पटना एम्स के प्रिंसिपल इंवेस्टीगेटर वैक्सीन डॉ सी एम सिंह का कहना है कि +91 9471408832 नंबर पर कोई भी गाíजयन बच्चों के ट्रायल के लिए रजिस्ट्रेशन करा सकते हैं। रजिस्ट्रेशन में बच्चे का नाम पता और उससे जुड़ी जानकारी के साथ उनके पेरेंट्स की भी जानकारी दर्ज की जाएगी।

स्टेप 2 : जांच के बाद फिजिकल एग्जामिन

रजिस्ट्रेशन के बाद पटना एम्स संबंधित बच्चे के अभिभावक को फोन करेगा और पटना एम्स में बुलाएगा। इसके बाद बच्चे की पूरी जांच होगी। फिजिकल जांच के बाद संबंधित बच्चे की कोरोना जांच होगी और फिर एंटीबॉडी की जांच कराई जाएगी। अगर बच्चा कोरोना निगेटिव पाया गया और उसके अंदर एंटीबॉडी नहीं बनी तो उसे ट्रायल के लिए पास कर लिया जाएगा और अगली डेट पर बुलाया जाएगा।

स्टेप 3 : वैक्सीन देने के बाद होगी मॉनिटरिंग

तीसरे स्टेप में पटना एम्स संबंधित बच्चे को बुलाया जाएगा। इसके बाद फिर फिजिकल जांच के बाद बच्चे को वैक्सीन दी जाएगी। वैक्सीन देने के बाद संबंधित बच्चे की लगातार मॉनिटरिंग की जाएगी। वैक्सीन के असर का भी पूरा डाटा तैयार होगा। इसकी जानकारी मेडिकल सुपरिटेंडेंट डॉ सी एम सिंह ने दी।

28 दिन में दी जाएगी 2 डोज

वैक्सीन के परीक्षण में प्रत्येक बच्चे को 4 सप्ताह के अंदर में कोवैक्सीन की 2 खुराक दी जाएगी। बस बच्चा आरटी पीसीआर और कोविड एंडीबाटी जांच में निगेटिव पाया जाए। आरटी पीसीआर और एलिसा के लिए नाक, गले से स्वाब टेस्ट के लिए सैंपल लिया जाएगा। सब जांच ठीक पाए जाने पर बच्चे को इस वैक्सीन परीक्षण में शामिल किया जाएगा।