- केवल रजिस्ट्रेशन कराने वाले को ही मिलेगा वैक्सीन

- एम्स में तीसरे चरण की वैक्सीनेशन की प्रक्रिया जारी

PATNA :

कोरोना वैक्सीन के लिए ट्रायल की प्रक्रिया बिहार में भी तेजी से आगे बढ़ रही है। इसके तहत पटना एम्स में शनिवार की शाम तक 159 लोग इस प्रक्रिया में शामिल हो चुके हैं। हालांकि एक हफ्ते पहले तक ट्रायल को लेकर लोगों में थोड़ा भ्रम था और लोग इसमें खुद शामिल नहीं हो रहे थे। लेकिन एक बार फिर से जागरूकता बढ़ाते हुए इस प्रक्रिया को गति दी गई है। खास बात यह है कि आम लोगों में मोटिवेशन बढ़ाने और एक जागरूक नागरिक के तौर पर डॉक्टर्स भी इसमें बढ़- चढ़ कर भाग ले चुके हैं। ये सभी डॉक्टर पटना एम्स से ही हैं। इसमें शामिल होने से पहले उन्होंने अपना आरटीपीसीआर से जांच कराया है। इसके साथ ही ब्लड की जांच भी कराए।

ट्रायल में दो डोज

एम्स में कोरोना वैक्सीन के ट्रायल के लिए सभी आवश्यक शर्तो का पालन किया जा रहा है। इस बारे में यहां के मेडिकल सुपरीटेंडेंट डॉ सीएम सिंह ने बताया कि प्रत्येक व्यक्ति को ट्रायल के लिए दो डोज दिया जाएगा। इसमें एक डोज मिलने के बाद उसे आगे सब कुछ ठीक रहने पर 28 दिन बाद दूसरा डोज दिया जाएगा। उन्होंने बताया कि यह सेफ है। यह तीसरे चरण का ट्रायल चल रहा है।

18 लोग शामिल

शुक्रवार को जहां पटना एम्स में 12 लोगों ने ट्रायल में भाग लिया। वहीं शनिवार को 18 और लोग इसमें जुड़े। इउनका आरटी-पीसीआर जांच और बल्ड जांच भी किया गया। सुपरीटेंडेट डॉ सीएम सिंह ने बताया कि शुक्रवार में शामिल लोगों को मिलाकर अब तक इसमें 159 लोग शामिल हो चुके हैं। यहां से कुल 1000 ट्रायल करने का लक्ष्य है। हालांकि देश भर में लक्ष्य की गई कुल संख्या 25800 है।

इसमें शामिल होना आसान

भले ही यह जटिल तकनीकी प्रक्रिया है। लेकिन आम लोगों को इस ट्रायल में पार्टिसिपेट करना बहुत आसान है। एम्स प्रशासन के मुताबिक इसमें शामिल होने के लिए संबंधित व्यक्ति को मेडिकल तौर पर फिट होना होगा। इसके साथ ही एक सहमति पत्र भी यहां से दिया जाएगा। उसे इस प्रक्रिया में शामिल होने वाला भरकर जमा कर देगा। डॉक्यूमेंट के तौर पर आधार कार्ड और वर्तमान पता आदि बताना होगा।

सैनिक की प्रेरणा यहां भी

एम्स में यूं तो अब वैक्सीन परीक्षण में भाग लेने वालों का सिलसिला तेज हो गया है। लेकिन शुरुआत में जब बहुत काम लोग इससे जुड़ रहे थे तब एएन कॉलेज के पूर्व छात्र एवं रक्तवीर के नाम से ख्याति प्राप्त नीरज कुमार को इसके बारे में पता चला तो वे इसमें तुरंत शामिल हो गए। उन्होंने बताया कि इसमें भाग लेकर काफी संतोष हो रहा है। उन्होंने कहा कि जैसे सैनिक देश की रक्षा के लिए अपने प्राणों की चिंता नहीं करते हैं वैसे ही देश के लिए योगदान करने में हिचक क्यों? मैने भी अपना योगदान कर दिया। वहीं, इससे पूर्व दूसरे चरण में 44 वर्षीय डॉ एम रहमान ने भी ट्रायल में हिस्सा लिया। इसे लेकर उन्होंने अब तक किसी प्रकार की साइट इफेक्ट नहीं होने की बात बताई।