पटना (ब्यूरो)। अगर आप गांधी मैदान पहुंचे हैं और प्यास लगी है तो सतर्क हो जाएं। प्यास बुझाने के चक्कर में दवा-इलाज की बारी भी आ सकती है। इसका खुलासा गांधी मैदान और इसके आसपास के प्रमुख सार्वजनिक स्थानों पर मौजूद आरओ की वाटर क्वालिटी जांच करने पर हुआ है। गांधी मैदान, बापू सभागार, बांकीपुर बस स्टैंड, और पीएमसीएच में टीडीएस मीटर के माध्यम से दैनिक जागरण आई नेक्स्ट के रिपोर्टर ने लाइव पड़ताल की। कहने को तो सेफ ड्रिंकिंग वाटर सुनिश्चित करने के लिए आरओ लगाया जाता है, पर हकीकत कुछ और ही है। पेश है आदित्य झा की रिपोर्ट

गांधी मैदान, समय सुबह 9 बजे

टीडीएस रिपोर्ट, आरओ - 292

गांधी मैदान में इंट्री करने का दूसरा सबसे व्यस्ततम गेट नंबर पांच के पास लगी आरओ मशीन की जांच करने के लिए दैनिक जागरण आई नेक्स्ट की टीम पहुंची। पानी की पड़ताल में टीडीएस मीटर ने 292 की रिपोर्ट दिखाई। यहां दो साल से आरओ मशीन लगी हुई है। इस पानी का प्रयोग मॉर्निंग वाकर, समेत दिनभर में हजारों लोग करते हैं। हैरत की बात यह है कि सार्वजनिक स्थान पर लगी आरओ मशीन के पानी की गुणवत्ता जांचने की जहमत किसी ने नहीं उठाई। खुलासा सामने हैं।

बांकीपुर बस स्टैंड, समय सुबह 9.30 बजे

टीडीएस रिपोर्ट, आरओ - 322

शहर के पॉश इलाके में स्थित बांकीपुर बस स्टैंड में लगे आरओ मशीन की जांच करने के लिए डीजे आई नेक्स्ट की टीम पहुंची। वहां पीने के लिए दो तरह के पानी की व्यवस्था सरकार की ओर से की गई है। आरओ के द्वारा निकलने वाले पानी की पड़ताल में टीडीएस मीटर ने 322 की रिपोर्ट दिखाई। वहीं नार्मल पानी को जब रिपोर्टर ने चेक किया तो टीडीएस 351 पर पहुंच गया, जबकि एक्सपर्ट आरओ के पानी को 50 से 150 के बीच टीडीएस होने की बात कहते हैं। 300 से ऊपर नार्मल पानी को बेहतर पानी नहीं मानते हैं।

पीएमसीएच, समय सुबह 10.00 बजे

टीडीएस रिपोर्ट, आरओ - 329

गांधी मैदान और बांकीपुर बस स्टैंड में टीडीएस रिपोर्ट चेक करने के बाद हमारी टीम राज्य के सबसे बड़े सरकारी अस्पताल पीएमसीएच पहुंची, जहां इलाज के लिए पटना ही नही आसपास के जिलों से भी मरीज आते हैं। अस्पताल का रजिस्ट्रेशन काउंटर जो सबसे अधिक भीड़-भाड़ वाला क्षेत्र है, वहां लगी दो आरओ मशीन में एक खराब थी। दूसरे का टीडीएस चेक करने पर 329 दिखा, जो मरीज और उनके तीमारदार के लिए अत्यंत हानिकारक है।


बापू सभागार ,समय दिन के 12.00 बजे

टीडीएस रिपोर्ट, - 329

इसके बाद हमारी टीम हाल ही में बने बापू सभागार पहुंची। वहां सप्लाई के पानी से परिसर की साफ-सफाई की जा रही थी। पानी का टीडीएस चेक करने के लिए टीडीएस मीटर से जांच करने पर रिपोर्ट 329 आई। यह स्वास्थ्य के लिए नुकसानदेह है। डॉक्टरों की माने तो 300 के नीचे टीडीएस लेवल वाला पानी पीना चाहिए। पानी को लेकर जिला प्रशासन कितना लापरवाह है उसका अंदाजा इसी बात से अंदाजा लगाया जा सकता है कि पटना के पीएमसीएच में खराब पानी पीने से आए दिन मरीज बीमार हो रहे हैं।