-स्टूडेंट के कमरे में ब्लास्ट हुआ बम

-पंचायती अखाड़ा के पास हुई घटना

-पुलिस के पहुंचने से पहले कर दी सफाई

ALLAHABAD: पुराने शहर का कीडगंज इलाका बम जोन बनता जा रहा है। जहां कभी बम फटता है, कभी घर पर पार्सल बम पहुंचता है, तो कभी अननोन पार्सल ही 'बम' जैसी दहशत पैदा कर देता है। बुधवार को एक बार फिर कीडगंज एरिया में ब्लास्ट हुआ। इस बार ब्लास्ट गांव से शहर में आकर पढ़ाई करने वाले एक स्टूडेंट के कमरे में हुआ। ये तो संयोग अच्छा था कि ब्लास्ट में स्टूडेंट बच गया। इससे पहले वर्ष 2013 में भी कीडगंज में एक ब्लास्ट हुआ था जिसमें दो भाई-बहन घायल हो गए थे।

स्टूडेंट के कमरे में हुआ धमाका

कीडगंज एरिया में बड़ी संख्या में प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी करने वाले स्टूडेंट्स किराए का कमरा लेकर रहते हैं। मेजा थाना क्षेत्र के रामनगर रामपुर खास का रहने वाला छात्र शिवम भी इलाहाबाद में रहकर पढ़ाई कर रहा है। वह पंचायती अखाड़ा के बगल में स्थित सतीश श्रीवास्तव के मकान में ऊपर के हिस्से में किराए पर कमरा लेकर रहता है। बुधवार को दोपहर करीब एक बजे अचानक उसके कमरे में जोरदार धमाका हुआ। धमाके की आवाज सुनते ही मोहल्ले के लोग सहम गए, धमाका इतना तेज था कि ब्लास्ट के कारण दीवार के प्लास्टर उखड़ कर जमीन पर गिर पड़े और कमरे का दरवाजा क्षतिग्रस्त हो गया। हालांकि गनीमत यह रही कि घटना के वक्त शिवम कमरे के बाहर था।

पुलिस पहुंची तो कमरा था साफ

ब्लास्ट के बाद शिवम ने न तो पुलिस को घटना की जानकारी दी और न ही मकान मालिक को। आसपास के लोगों ने कीडगंज थाना पुलिस को कॉल कर ब्लास्ट के बारे में बताया। थोड़ी देर में ही पुलिस सतीश श्रीवास्तव के मकान पर पहुंच गई। अंदर जाकर पुलिस ने देखा तो दीवार का प्लास्टर जगह-जगह से उखड़ा हुआ था, वहीं दरवाजा टूटा हुआ था, लेकिन कमरा पूरी तरह साफ था। ब्लास्ट होने के बाद जितनी देर में पुलिस पहुंची उतनी देर में शिवम ने कमरे में झाड़ू लगाकर साफ कर दिया।

गायब हुए एवीडेंस

कमरे में साफ-सफाई किए जाने से पुलिस को मौके से कोई खास एवीडेंस नहीं मिला। बम के टुकड़े भी मौके से नहीं मिले जिसकी वजह से पुलिस और फोरेंसिक टीम को जांच शुरू करने में काफी दिक्कत हुई।

सुतली बम था

फोरेंसिक टीम के इंचार्ज प्रेम भारती ने बताया कि फ‌र्स्ट इंक्वायरी में सिर्फ ये पता चल पाया है कि कमरे में ब्लास्ट हुआ था। सुतली बम ब्लास्ट होने की आशंका जताई जा रही है। टीम के पहुंचने से पहले ही कमरा पूरी तरह साफ कर दिया गया था जिससे बम के अवशेष नहीं मिल सके हैं, लेकिन जांच जारी है। पुलिस छात्र शिवम को हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही है कि बम उसके कमरे में पहुंचा कैसे।

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इनसेट-

पहले भी हो चुका है ब्लास्ट

ब्लास्ट से घायल हुए थे भाई-बहन

28 सितंबर 2013 को कीडगंज थाना क्षेत्र के कृष्णा नगर कुम्हराना बस्ती में रहने वाले एजी ऑफिस में तैनात सीनियर एकाउंटेंट अशोक कुमार के घर एक कोरियर पहुंचा था। उस पर यूनाइटेड इंजीनियरिंग कॉलेज से बीटेक कर रहे अशोक कुमार के बेटे अभिषेक का नाम लिखा था। अभिषेक ने पैकेट खोला तो उसमें इमरजेंसी लाइट थी, जैसे ही स्विच ऑन किया तभी ब्लास्ट हो गया। इससे अभिषेक के साथ ही उसकी बहन जयाश्री भी घायल हो गई थी।

पहुंचा था पार्सल 'बम'

26 मार्च 2015 को भी कीडगंज एरिया में उस समय हड़कंप मच गया था जब कीडगंज थाने के ठीक सामने रहने वाले शिवशंकर सिंह के घर उनकी बेटी के नाम से एक पार्सल पहुंचा था। खास बात यह थी कि इसे शिवशंकर सिंह की बेटी या परिवार के किसी सदस्य ने आर्डर नहीं किया था। पार्सल कहीं बम तो नहीं, इस आशंका के साथ पुलिस को सूचना दी गई थी। बीडीएस टीम भी पहुंची थी। करीब दो घंटे तक जांच पड़ताल के बाद पार्सल में कुछ नहीं निकला था।