जोहान्सबर्ग (एएनआई)। BRICS Summit : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 15वें ब्रिक्स शिखर सम्मेलन में भाग लेने के लिए जोहान्सबर्ग के लिए रवाना हो चुके हैं। दक्षिण अफ्रीका के राष्ट्रपति माटामेला सिरिल रामफोसा के निमंत्रण पर पीएम मोदी 22-24 अगस्त तक ब्रिक्स शिखर सम्मेलन में भाग लेंगे। पीएम मोदी की इस यात्रा से दक्षिण अफ्रीका में भारतीय प्रवासियों को विश्वास है कि दोनों देशों के बीच आर्थिक संबंधों को बढ़ावा मिलेगा। गुरुद्वारा साहिब जोहान्सबर्ग के सार्वजनिक मामलों के प्रमुख बलविंदर सिंह कांड्रा ने न्यूज एजेंसी एएनआई से बात करते हुए कहा है कि भारतीय प्रवासी पीएम मोदी की यात्रा के लिए बहुत उत्साहित हैं। भारत और दक्षिण अफ्रीका के बीच बहुत अच्छे संबंध हैं, इसलिए उनके यहां आने और दुनिया भर के प्रतिनिधियों, विशेषकर एसए प्रतिनिधियों से मिलने से संबंधों को बढ़ावा मिलेगा। इसके साथ ही दोनों देशों को आर्थिक बढ़ावा भी मिलेगा।


भारत और दक्षिण अफ्रीका के बीच संबंध और गहरे होंगे
इसके साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि दक्षिण अफ्रीका में आईटी सेक्टर, ऑटोमोबाइल सेक्टर और खनन सेक्टर तेजी से प्रगति कर रहे हैं। यह दोनों देशों के बीच आर्थिक संबंधों को और बेहतर बनाने का एक अच्छा अवसर होगा। इस बीच दक्षिण अफ्रीका के पहले गुरुद्वारा साहेब के संस्थापक सदस्य और निदेशक हरबिंदर सिंह सेठी ने कहा, 'हमें बहुत खुशी है कि पीएम मोदी दक्षिण अफ्रीका आ रहे हैं। हमें उम्मीद है कि इस ब्रिक्स शिखर सम्मेलन के बाद भारत और दक्षिण अफ्रीका के बीच संबंध और गहरे होंगे।


स्थानीय लोगों को रोजगार देने के लिए प्रोत्साहित करें
हरबिंदर सिंह सेठी ने आगे कहा, 'हम चाहते हैं कि पीएम मोदी बड़ी भारतीय कंपनियों को अफ्रीका आकर बड़ी संख्या में स्थानीय लोगों को रोजगार देने के लिए प्रोत्साहित करें ताकि बेरोजगारी कम हो। इस तरह दोनों देश एक साथ आगे बढ़ सकते हैं। दक्षिण अफ्रीका के लिए रवाना होने से पहले पीएम मोदी ने कहा कि ब्रिक्स सक्रिय रूप से विभिन्न क्षेत्रों में एक मजबूत सहयोग एजेंडा को बढ़ावा देने में लगा हुआ है, और पूरे वैश्विक दक्षिण के लिए जरूरी मुद्दों पर विचार-विमर्श करने के लिए एक मंच के रूप में कार्य करता है।


ब्रिक्स विभिन्न क्षेत्रों में एक मजबूत सहयोग एजेंडा अपना रहा
ब्रिक्स विभिन्न क्षेत्रों में एक मजबूत सहयोग एजेंडा अपना रहा है। ब्रिक्स ब्राजील, रूस, भारत, चीन और दक्षिण अफ्रीका की विश्व अर्थव्यवस्थाओं का एक समूह है। कोविड-19 महामारी के कारण लगातार तीन वर्षों की आभासी बैठकों के बाद यह पहला व्यक्तिगत ब्रिक्स शिखर सम्मेलन होगा। इसमें रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन वर्चुअल मीटिंग में शामिल होंगे जबकि रूसी प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव करेंगे। सम्मेलन में 45 से अधिक देशों के प्रतिनिधिमंडलों के भी भाग लेने की उम्मीद है।

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