नई दिल्ली (पीटीआई)। अधिकारियों ने शुक्रवार को कहा कि लालू प्रसाद यादव और उनके परिवार के सदस्यों के खिलाफ सीबीआई ने रेलवे में नौकरी के बदले में जमीन लेने के आरोप में एक नया मामला दर्ज किया है। यह मामला तब का है, जब वह यूपीए सरकार में केंद्रीय मंत्री थे। उन्होंने कहा कि सीबीआई ने आरोपों की प्रारंभिक जांच दर्ज की थी जिसे एफआईआर में बदल दिया गया था।

16 स्थानों पर तलाशी अभियान किया शुरू

लालू प्रसाद यादव, उनकी पत्नी राबड़ी देवी, बेटियों मीसा और हेमा के अलावा कई उम्मीदवारों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई। जिसके बाद सीबीआई ने शुक्रवार सुबह दिल्ली, पटना और गोपालगंज में 16 स्थानों पर तलाशी अभियान शुरू किया। अधिकारियों ने कहा कि जांच एजेंसी ने आईपीसी की धारा 120-बी के तहत एफआईआर दर्ज की है। यह धारा आपराधिक साजिश से संबंधित है और भ्रष्टाचार रोकथाम अधिनियम के प्रावधानों के तहत है।

क्‍या है मामला

लालू पर यह आरोप है कि 2008 से 2009 तक उनके नेतृत्व में रेलवे में नौकरी के बदलें में यादव परिवार को कई संपत्तियां दी गईं है। यह ताजा मामला लालू के चारा घोटाले में जमानत पर रिहा होने के हफ्तों बाद आया है। जिसमें उन्हें रांची की एक विशेष अदालत ने दोषी ठहराया था। साथ ही एक तंज कसते हुए राष्ट्रीय जनता दल ने ट्वीट किया। उन्‍होंने कहा कि सीबीआई तोता है, पर तोतों का क्या।

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