वाशिंगटन (पीटीआई)। जर्नल ऑफ पीडीऐट्रिक्स में प्रकाशित एक शोध में कहा गया है कि नोवल कोरोना वायरस एसएआरएस-कोव-2 को लेकर 6,369 बच्चों और अमेरिका के चिल्ड्रंस नेशनल हाॅस्पिटल में 13 मार्च से 21 जून के बीच 215 बाल मरीजों का एंटीबाॅडी पर परीक्षण किया गया था। वैज्ञानिकों के मुताबिक, इनमें अस्पताल में कोविड-19 बीमारी का इलाज करवाने के दौरान 215 में से 33 बाल मरीजों के वायरस और एंटीबाॅडी दोनों टेस्ट किए गए। 33 में से 9 मरीजों के ब्लड वायरस पाॅजिटिव भी मिले।
एंटीबाॅडी और इम्युनिटी में पता लगाना है संबंध
चिल्ड्रंस नेशनल हाॅस्पिटल से शोधकर्ता बुरक बहार ने कहा कि जब हम एंटीबाॅडी को खोजना शुरू करते हैं तो हमें वायरस नहीं मिलता। लेकिन कोविड-19 के मामले में हमें वायरस और एंटीबाॅडी दोनों ही मरीज के शरीर में दिख रहे हैं। बहार रिसर्च के प्रमुख लेखक भी हैं। बहार के मुताबिक, शोध की अगली कड़ी में हम यह पता लगाने की कोशिश करेंगे कि एंटीबाॅडी के साथ मौजूद वायरस दूसरे व्यक्ति में संक्रमण फैला सकता है या नहीं। उन्होंने कहा कि अभी इस बात की जानकारी नहीं मिली है कि एंटीबाॅडी का संबंध इम्युनिटी से ही है और दोबारा संक्रमण होने की दशा में ये एंटीबाॅडी कितने समय तक कारगर रहेंगे।

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