- सिविल लाइन पुलिस ने कोर्ट में पेश कर भेजा जेल

- 3 लाख 69 हजार 975 रुपये किए थे गबन

Meerut छात्रवृत्ति घोटाले की आरोपी पूर्व जिला अल्पसंख्यक कल्याण अधिकारी सुमन गौतम को सिविल लाइन पुलिस ने कंकरखेड़ा से गिरफ्तार किया है। पुलिस ने आरोपी सुमन गौतम का चालान कर न्यायालय में पेश किया। अदालत ने सुमन गौतम को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया है। बताया गया कि वर्ष 2009-10 और 2010-11 में जाकिर कालोनी स्थित एक मदरसे में हुए छात्रवृत्ति के 3 लाख 69 हजार 975 रुपये के गबन के मामले में सुमन गौतम आरोपी है। जिला अल्पसंख्यक अधिकारी रही सुमन गौतम के खिलाफ आर्थिक अपराध अनुसंधान ने भी कई केस दर्ज कराए थे।

कराया था मामला दर्ज

जिला अल्पसंख्यक अधिकारी एसएन पांडेय ने 26 दिसंबर 2015 को सिविल लाइन थाने में छात्रवृत्ति घोटाले के तीन आरोपियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज करया था, जिनमें सुमन गौतम, जाकिर कालोनी स्थित मदरसा सैमुल इस्लाम संचालक शफीक सैफी व उसके पुत्र दानिश सैफी शामिल थे। सिविल लाइन पुलिस ने मुकदमा 46,49 और 420 के तहत दर्ज किया था। बाकी दोनों आरोपी फरार हैं।

जांच कमेटी की थी गठित

अल्पसंख्यक अधिकारी एसएन पांडेय ने कहा कि तत्कालीन मुख्य विकास अधिकारी ने जाकिर कालोनी स्थित मदरसा सैमुल इस्लाम में केंद्र द्वारा संचालित प्री मैट्रिक अल्पसंख्यक छात्रवृत्ति घोटाले की शिकायत का संज्ञान लेकर जांच कमेटी गठित की थी। कमेटी में तत्कालीन जिला कृषि रक्षा अधिकारी, सहायक विकास अधिकारी माछरा, सहायक विकास अधिकारी सांख्यिकी की संयुक्त टीम को जांच का जिम्मा सौंपा था।

नहीं मिला कोई बोर्ड

जांच दल जब इस मदरसे पर पहुंचा तब वहां भवन पर मदरसे का कोई बोर्ड नहीं मिला। 79 छात्र-छात्राएं पंजीकृत पाए गए जबकि मौके पर 51 छात्र-छात्राएं उपस्थित मिले। मदरसे के प्रबंधक ने जांच दल को जानकारी दी कि वर्ष 2009-10 और वर्ष 2910-11 में किसी छात्र को छात्रवृत्ति नहीं मिली है। पड़ताल के दौरान पाया गया कि मदरसे के बैंक खाते में 3 लाख 69 हजार 975 रुपये आए थे। जिन्हें संचालक शफीक व उसके पुत्र दानिश ने निकाल लिया। छात्र-छात्राओं को छात्रवृत्ति नहीं देकर इस धनराशि का गबन किया गया।

घोटाले में अल्पसंख्यक अधिकारी भी थी शामिल

गबन के मामले में मदरसा संचालक शफीक व उसके पुत्र दानिश के साथ ही तत्का¶ीन जिला अल्पसंख्यक अधिकारी सुमन गौतम को भी दोषी पाया गया है। इसी जांच रिपोर्ट के आधार पर विधिक राय लेने और जिलाधिकारी की अनुमति लेकर आरोपियों के खि¶ाफ मामला दर्ज कराया गया है।

कंकरखेड़ा से किया गिरफ्तार

सीओ सिविल लाइन बीएस वीर कुमार ने बताया कि थाना प्रभारी निरीक्षक एसके राणा के नेतृत्व में पुलिस दल ने मिली सूचना के आधार पर आरोपी सुमन गौतम को कंकरखेडा से गिरफ्तार किया है। उधर, जिला अल्पसंख्यक अधिकारी एसएन पांडेय ने जानकारी दी कि सुमन गौतम मेरठ में 27 फरवरी से 20 मई 2012 तक जिला अल्पसंख्यक अधिकारी के पद पर तैनात रही।

दबा दी गई थी जांच रिपोर्ट

उन्होंने बताया कि सुमन गौतम के कार्यकाल में ही वर्ष 2011 में जाकिर कालोनी स्थित मदरसा सैमुल इस्लाम में छात्रवृत्ति की धनराशि के गबन की शिकायत पर जांच की गई। तब यह जांच रिपोर्ट दबा दी गई। अक्टूबर-2015 में अलखिदमत फाउंडेशन की तनसीर अहमद ने जिलाधिकारी पंकज यादव से शिकायत की कि इस घोटाले में आरोपियों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की जा रही है।

डीएम ने की रिपोर्ट तलब

शिकायत का संज्ञान लेकर डीएम ने रिपोर्ट तलब की। तभी आरोपियों के खिलाफ अपराधिक मामला दर्ज कराने की कार्रवाई की गई।

3 लाख 69 हजार 975 रुपये