मोबाइल का दुरुपयोग

शकुंतला शेट्टी (अध्यक्ष, महिला व बाल विकास समिति, कर्नाटक विधानसभा) द्वारा अभी हाल ही में चलाया गया 'मोबाइल वायरस' बिहार विधानसभा भी पहुंच गया. बिहार के कला मंत्री विनय का कहना है कि स्मार्ट फोन पर बच्चे ब्लू फिल्म देखते हैं. इसका असर उनके दिमाग पर पड़ता है. यह जिम्मेदारी पैरेंट्स की होती है कि वो बच्चों को 40-50 हजार का फोन क्यों देते हैं. उन्होंने कहा कि स्कूल कॉलेज में मोबाइल फोन ले जाने पर पाबंदी लगाई जानी चाहिये. मोबाइल पर इंटरनेट होने के कारण बच्चे इसका दुरुपयोग करते हैं. इस कारण दुष्कर्म सहित अन्य अपराध की घटनायें बढ़ती हैं.

समाज पर पड़ रहा असर

मंत्री के मुताबिक मंहगे मोबाइल रखने वाले लडके-लड़कियां इंटरनेट के जरिये उसमें पोर्न डाउनलोड करके गांव-गांव तक देख रहे हैं. इससे समाज में विकृतियां बढ़ रही हैं, खासकर रेप जैसी घटनाओं में वृद्धि हो रही है. उन्होंने कहा कि ऐसे प्रचलन पर रोक लगनी चाहिये, वर्ना समाज तहस-नहस हो जायेगा. विनय बिहारी ने मोबाइल फोन के साथ ही खानपान की संस्कृति खासकर मांसाहार के प्रति भी नाराजगी जाहिर की. उन्होंने कहा कि इससे समाज मे अनैतिकता बढ़ रही है. पहले मांसाहार का प्रचलन कम था, वहीं आज 90 फीसदी लोग मांसाहारी हैं.

समर्थन और विरोध

कई विधायकों ने विनय बिहारी की इस बात का समर्थन किया. विक्रम कुंवर और सरफराज आलम ने भी इस बात को जायज ठहराया. उधर, जदयू की नीता चौधरी का कहना था कि जमाना बदल गया है लेकिन कुछ लोगों की सोच कुंठित ही रह गई है. उनका दिमाग नहीं बदला है. वे अपनी अजीब मानसिकता से तकनीक पर रोक लगाना चाहते हैं.

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