फिर पुराने शहर में निगम के दावे हुए फेल, नालों का पानी ओवर फ्लो होकर सड़कों पर बहा

सड़कों पर फैली गंदगी, देर शाम तक कई जगहों पर रही जलभराव की स्थिति

Meerut। शहर में करीब 7 घंटे की बारिश शहरवासियों के लिए राहत ज्यादा आफत लेकर आई। मंगलवार सुबह सवा सात बजे के आसपास शुरू हुई तेज बारिश दोपहर ढाई बजे तक जारी रही। बरसात के कारण एक बार फिर शहर की सड़कें जलमग्न हो गई। बारिश से सबसे अधिक पुराने शहर की गलियां प्रभावित हुई। वहीं शहर के नाले उफान पर रहे और शहर में अधिकतर जगह जलभराव की स्थिति देर शाम तक बनी रही।

जलभराव पर निगम के दावे फेल

हर साल बरसात में शहर के कुछ निश्चित इलाके, गलियां व जगह हैं, जो जलमगन हो जाते हैं। निगम हर साल इन जगहों पर जलभराव न होने देने के दावे करता है। बावजूद इसके न तो इन जगहों से जलभराव की समस्या दूर हो रही है और न ही निगम कोई इंतजाम कर पा रहा है। इनमें लालकुर्ती बाजार, टीपीनगर, बागपत रोड, लिसाड़ी गेट गोलाकुंआ, मदीना कालोनी, ब्रह्मपुरी, मोहनपुरी आदि कुछ प्रमुख इलाके शामिल हैं। मंगलवार को हुई बरसात में भी शहर के इन्हीं इलाकों में लोगो जलभराव से जूझते हुए दिखाई दिए।

नालों का पानी सड़क पर

हालांकि तेज बरसात के बावजूद नालों का पानी तो सड़कों से देर शाम तक उतर गया। मगर दिनभर तेज बरसात के कारणों नालों के पानी के साथ ओवर फ्लो होकर जो कूड़ा व गंदगी सड़कों पर बिखरी उससे लोगों का सड़कों पर निकलना दूभर हो गया। ऐसे में लोग दिनभर बरसात के बाद सड़कों पर फैली गंदगी से जूझते दिखे। हालांकि निगम का नाला सफाई अभियान बरसात में भी जारी रहा।

बरसात तेज थी जिस कारण से नालों का पानी ओवर फ्लो हो गया लेकिन नालों में कहीं भी पानी रुका नहीं। अधिकतर इलाकों में बरसात रुकते ही कुछ देर में पानी उतर गया।

डॉ। गजेंद्र, नगर स्वास्थ्य अधिकारी