-वोटर कार्ड को आधार से जोड़ा जा रहा

-दो जगहों पर वोटर लिस्ट में नाम न जुड़वाएं

PATNA: निर्वाचन आयोग की ओर से ब्लैक एंड व्हाइट कार्ड फ्री में दिया जाता है, पर आप चाहेंगे तो आपका वोटर आईडी कलर हो सकता है। इसके लिए 30 रुपए खर्च कर कलर इपिक बनवा सकते हैं। नेशनल इलेक्ट्रल रोल प्यूरिफिकेशन एंड ऑथेन्टिकेशन प्रोग्राम यानी एनईआरपीएपी की शुरुआत बिहार में भी हो गई है। यह जानकारी चीफ इलेक्ट्रॉल ऑफिसर अजय नायक ने दी।

- वोटर लिस्ट में इपिक संख्या (मतदाता फोटो पहचान पत्र संख्या) को आधार से जोड़ा जा रहा है।

-वोटर लिस्ट में एक से ज्यादा बार अपने नाम दर्ज कराने पर डुप्लीकेट नाम हटाने के लिए फॉर्म 7 भर कर उस विधानसभा निर्वाचन एरिया के निर्वाचक निबंधन ऑफिसर को उपलब्ध कराने के लिए प्रेरित किया जा रहा है।

- वोटर द्वारा नाम हटाने के लिए फॉर्म-7 भरे जाने या वोटर लिस्ट में गलती के संबंध में फॉर्म-8 के साथ दस्तावेज प्रमाण- पत्र दिए जाने के बाद 15 दिनों के अंदर गलती सुधारा जाएगा।

-वोटर लिस्ट के फोटो की गुणवत्ता भी बढ़ायी जा रही है।

- वोटरों से मोबाइल नंबर एवं ई मेल आईडी प्राप्त कर इसे वोटर लिस्ट डाटाबेस में सम्मिलित किया जाना है, जिससे चुनाव से जुड़ी जानकारी वोटर लिस्ट से जुड़ी जानकारी उन्हें इस माध्यम से उपलब्ध करायी जा सके।

आधार नंबर डालने के लिए ये माध्यम

- वोटरों द्वारा वोटर सर्विस पोर्टल (एनवीएसपी) के माध्यम से (मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी, बिहार के वेबसाइट www.ceobihar.nic.in या ww.nvsp.in पर)

-मोबाइल द्वारा एसएमएस के माध्यम से

ECILINK And send it to 166/51969

-मोबाइल अप्लीकेशन के माध्यम से

- राज्य स्तरीय कॉल सेंटर क्9भ्0 पर कॉल कर मतदाता फोटो पहचान पत्र संख्या एवं आधार संख्या दर्ज करा सकते हैं (ये नि:शुल्क सेवा है)

- आधार नंबर और वोटर फोटो पहचान पत्र संख्या से संबंधित दस्तावेज और आवेदन अपने क्षेत्र के बीएलओ / सहायक निर्वाचन निबंधन पदाधिकारी (सीओ या बीडीओ) को समर्पित कर सकते हैं।

निर्वाचन मशीनरी कार्यरत

-बीएलओ द्वारा घर-घर सर्वे कर इसे प्राप्त किया जाएगा। इसके लिए चेकलिस्ट की सॉफ्ट प्रति मुख्यालय को उपलब्ध कराई जा रही है।

- सीएससी (कॉमन सर्विस सेंटर) / निर्वाचक सहायता केन्द्र इत्यादि के माध्यम से।

क्ख् अप्रैल को स्पेशल कैंप

संडे क्ख् अप्रैल को निबंधन पदाधिकारियों द्वारा हर विधान सभा निर्वाचन क्षेत्र के अंतर्गत प्रत्येक मतदान केन्द्र पर राष्ट्रव्यापी स्पेशल कैंप लगाया जाएगा। क्भ् मार्च तक बूथ स्तरीय जागरुकता समूह गठन किया जाएगा।

अभी हैं म्.भ्7 करोड़ वोटर

बिहार में अभी वोटरों की संख्या म्.भ्7 करोड़ है। जबकि फ् लाख 7भ् हजार ऐसे वोटर हैं जिनके नाम दो जगह है। गलत घोषणा के आधार पर वोटर लिस्टर में एक से अधिक बार अथवा एक से अधिक स्थानों पर नाम दर्ज करना लोक प्रतिनिधित्व अधिनियम, क्9भ्0 की धारा फ्क् के अधीन दंडनीय अपराध है।

पता अलग है तो चिंता न करें

अगर आपके वोटर लिस्ट में आपका पता कुछ और आधार कार्ड में कुछ और है तो चिंतित न हों। इससे कोई फर्क नहीं है। हां ध्यान ये रखना है कि एक ही जगह वोटर लिस्ट में नाम दर्ज हो। दो जगह होने पर उसकी पहचान निर्वाचन विभाग कर लेगा। अभी आधार कार्ड की स्थिति ये है कि बिहार में फ्0 परसेंट लोगों के आधार कार्ड ही बन पाए हैं। मई तक सात-आठ करोड़ ही बन पाने की उम्मीद है।