- केएफसीएल के डायरेक्टर ने कैंट मे कंपनी के गेस्ट हाउस में लाइसेंसी पिस्टल से खुद को मारी गोली, हॉस्पिटल में तोड़ा दम

- कनपटी के आरपार हुई गोली, फैक्ट्री में करोड़ों के स्क्रैप की बिक्री को लेकर लगातार चल रहा था मीटिंग्स का दौर

KANPUR: कानपुर फर्टिलाइजर एंड केमिकल्स लिमिटेड के डायरेक्टर सुनील कुमार जोशी ने वेडनसडे को कैंट स्थित कंपनी के गेस्ट हाउस में खुद को गोली मार ली। वह गेस्ट हाउस में एक अहम मीटिंग में हिस्सा लेने आए थे। जिसमें जेपी गु्रप के कई बड़े अधिकारी मौजूद थे। सुनील जोशी ने गेस्ट हाउस के टॉयलेट में अपनी लाइसेंसी पिस्टल से कनपटी पर गोली मारी। गोली की आवाज सुनकर पहुंचे स्टाफ के लोगों ने नाजुक हालत मे उन्हें सर्वोदय नगर स्थित हॉस्पिटल में एडमिट कराया जहां इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई। वहीं इस बेहद हाईप्रोफाइल मामले की शुरुआती जांच में पुलिस को कई अहम चीजें पता चली हैं। जोकि पासिबली सुनील कुमार के सुसाइड की वजह बने।

सुबह ही गेस्ट हाउस पहुंचे थे

50 साल के सुनील जोशी जेपी गु्रप में कई अहम जिम्मेदारियां संभाल चुके थे। वह गु्रप के ओनर के बेहद नजदीकी माने जाते थे। इसी के चलते जब जेपीगु्रप ने डंकन को टेकओवर किया तो इस फर्टिलाइजर प्लांट को चलाने की जिम्मेदारी सुनील जोशी को मिली। वह स्वरूप नगर में परिवार के साथ रहते थे। घर में पत्नी के अलावा दो बच्चे भी रहते हैं। सुनील जोशी सुबह 9 बजे के करीब अपनी कार से कैंट स्थित कंपनी के गेस्ट हाउस पहुंचे। कैंट थाना प्रभारी के मुताबिक गेस्टहाउस में कंपनी की अहम टिंग होनी थी। जिसमें कंपनी के टॉप ऑफिशियल्स शामिल थे।

टॉयलेट में मारी गोली

सवा नौ बजे के करीब सुनील जोशी गेस्ट हाउस के टायलेट में गए। इससे पहले उन्होंने चपरासी से पीने का पानी भी मांगा। टॉयलेट में ही उन्होंने अपने लाइसेंसी पिस्टल से कनपटी में सटा कर गोली चला दी। गोली की आवाज सुनकर गेस्ट हाउस में मौजूद लोग टायलेट पहुंचे तो देखा कि सुनील जोशी लहूलुहान हालत में पड़े थे। उन्हें फौरन रिजेंसी हॉस्पिटल लाया गया। जहां आईसीयू में इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई। घटना की सूचना पर कैंट थाना प्रभारी, सीओ कैंट, फोरेंसिक यूनिट गेस्ट हाउस पहुंची और मौके से पिस्टल बरामद किया।

मेरे पति को िकसने मारा?

कैंट थाना प्रभारी आदर्श कुमार के मुताबिक सुनील जोशी ने खुदकुशी क्योंकि इसकी पड़ताल की जा रही है। शुरुआती जांच में पता चला है कि फर्टिलाइजर प्लांट में स्क्रैप की बिक्री को लेकर एक मामला चल रहा था। जिस पर कंपनी के टॉप लेवल के साथ मीटिंग्स चल रही थी। कंपनी के मालिक लगातार इसे लेकर कानपुर आ रहे थे। वहीं सुनील जोशी के गोली मारने की खबर पर उनकी पत्नी रिजेंसी अस्पताल पहुंची इस दौरान उन्होंने कंपनी के लोगों से पूछा कि मेरे पति को किसने मारा। सीओ कैंट आरके चतुर्वेदी के मुताबिक मामला सुसाइड का लग रहा है। बाकी जांच चल रही है।