RANCHI: राजधानी में भारी मात्रा में फूलों से बायो कम्पोस्ट बनाया जाएगा। वहीं, कूड़ा में से प्लास्टिक अलग करने के लिए मशीन का इस्तेमाल किया जाएगा। इसके लिए रांची नगर निगम के सिटी मैनेजर्स इंदौर से ट्रेनिंग लेकर रांची लौट आए हैं। जल्द ही नगर निगम के अधिकारियों के समक्ष प्रेजेंटेशन दिया जाएगा। इसके बाद मंजूरी मिलते ही इस प्रोजेक्ट पर काम शुरू हो जाएगा। सिटी मैनेजर संदीप ने बताया कि इंदौर नगर निगम इस टेक्निक का सफल रूप से संचालन कर रहा है।

पहाड़ी मंदिर व राजभवन में लगेगा प्रोजेक्ट

प्रेजेंटेशन देखने के बाद अगर आफिशियल परमिशन मिल जाती है, तो सबसे पहले इस टेक्निक का इस्तेमाल पहाड़ी मंदिर और राजभवन में किया जाएगा। जहां से काफी संख्या में फूल निकलते हैं। पहाड़ी मंदिर में जहां हजारों लोग पूजा-अर्चना के फूल चढ़ाते हैं, तो राजभवन गार्डेन में हर दिन काफी मात्रा में फूल बेकार हो जाते हैं। ऐसे में ये फूल डस्टबीन में फेंक दिए जाते हैं। लेकिन अब इनका इस्तेमाल कंपोस्ट बनाने में किया जाएगा।

सस्ता मिलेगा खाद

फूलों से कंपोस्ट बनाने के लिए जब स्टेशन बनाया जाएगा, तो लोगों को भी सस्ती दर पर कंपोस्ट खाद उपलब्ध होगा। इसके साथ ही रांची नगर निगम को भी राजस्व मिलेगा। कुल मिलाकर देखा जाए, तो फूलों को बेकार फेंकने से अच्छा उपयोग कर लिया जाएगा।

पर्यावरण को नहीं होगा नुकसान

ट्रेनिंग लेकर लौटे सिटी मैनेजर ने बताया कि वहां पर उन्होंने कचरा से प्लास्टिक अलग करने वाली मशीन को देखा और उसकी जानकारी ली। अगर यह मशीन रांची में भी लगाई जाए तो कचरे से प्लास्टिक को अलग करने में मदद मिलेगी। साथ ही पर्यावरण को नुकसान से भी बचाया जा सकेगा।