नई दिल्ली (पीटीआई)। नेशनल हेराल्ड मामले में सोनिया गांधी मंगलवार को दूसरी बार पूछताछ के लिए ईडी के सामने पेश हुई हैं। कांग्रेस सांसदों ने संसद परिसर में विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे के कार्यालय में मुलाकात की और पूछताछ के विरोध में ईडी कार्यालय की ओर मार्च करने की संभावना है। AICC महासचिव अजय माकन ने दावा किया कि उन्हें महात्मा गांधी के स्मारक राजघाट के बाहर सत्याग्रह आयोजित करने की अनुमति नहीं दी गई है। माकन ने कहा कि यह बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है कि भारत सरकार ने हमें सत्याग्रह करने की अनुमति देने से इनकार कर दिया है। यह वही भाजपा है जिसने बाबा रामदेव के समर्थन में 5 जून 2015 को विरोध प्रदर्शन किया था।
विपक्षी दल लोकतंत्र का दूसरा पहिया
माकन ने संवाददाताओं से कहा अगर देश में प्रमुख विपक्षी दल को सत्याग्रह करने की अनुमति नहीं दी जाती है, तो यह लोकतंत्र की हत्या है। लोकतंत्र कहां बचेगा। उन्होंने पूछा कि लोकतंत्र में सत्ताधारी दल और विपक्ष दोनों शामिल हैं और लोकतंत्र कैसे टिकेगा यदि इसके एक पहिये को राजघाट पर विरोध प्रदर्शन करने की अनुमति नहीं दी जाती है। माकन ने आरोप लगाया कि यह काम विपक्षी पार्टी के खिलाफ राजनीतिक प्रतिशोध को ध्यान में रखकर किया जा रहा है और हमारे नेताओं को इसी मकसद से परेशान किया जा रहा है। माकन ने यह भी आरोप लगाया कि सत्याग्रह करने के उनके अधिकार से वंचित किया जा रहा है, और उनके सदस्यों को अपने कार्यालय में प्रवेश की अनुमति नहीं है।

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