पटना (पीटीआई)। खुफिया सूचनाओं के बाद बिहार में भारत-नेपाल सीमा पर चौकसी बढ़ा दी गई है। अधिकारियों ने शुक्रवार को बताया कि लगभग 50 कोरोना संक्रमित लोग नेपाल के रास्ते भारत में प्रवेश कर गए हैं। इनका मकसद देश में कोरोना फैलाना है। लॉकडाउन के बाद, राज्य की सीमाओं को नेपाल, उत्तर प्रदेश, झारखंड और पश्चिम बंगाल के साथ सील कर दिया गया है ताकि बाहरी लोगों को बिहार में प्रवेश करने से रोका जा सके। इस संबंध में पुलिस महानिदेशक गुप्तेश्वर पांडे ने कहा, सीमाओं और सशस्त्र सीमा बल (एसएसबी) सहित तैनात सभी पुलिस कर्मियों को हाई अलर्ट पर रखा गया है। कोरोना वायरस की वजह से लगे प्रतिबंध के बाद से भारत-नेपाल सीमा के माध्यम से किसी भी घुसपैठ की कोई रिपोर्ट नहीं आई है। हम यह सुनिश्चित करेंगे कि किसी को भी सीमा पार से न घुसने दिया जाए।

भारत में कोरोना वायरस फैलाने की साजिश

पश्चिम चंपारण के एक वरिष्ठ अधिकारी द्वारा कथित रूप से लिखे गए एक पत्र का स्क्रीनशॉट और पुलिस और प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारियों को संबोधित करना सोशल मीडिया पर वायरल हो गया। 7 अप्रैल को पत्र में कहा गया है कि 40-50 लोग भारत पार से आए हैं। इसमें एक नेपाली नागरिक का हवाला दिया गया जो अवैध हथियारों के व्यापार और नकली नोटों में शामिल है। यह भारत में कोरोना वायरस फैलाने की साजिश रच रहा है। पत्र ने दावा किया कि एसएसबी से इसके इनपुट मिले हैं। हालांकि इस पत्र के बारे में न ही जिलाधिकारी और न ही पुलिस अधीक्षक टिप्पणी करने के लिए सहमत हुए।

एसएसबी के वरिष्ठ अधिकारी ने पुष्टि नहीं की

इस संबंध में फोन पर पीटीआई से बात करते हुए एसएसबी के एक वरिष्ठ अधिकारी ने पुष्टि नहीं की कि अर्धसैनिक बल द्वारा जिला अधिकारियों को कुछ ऐसा इनपुट दिया गया था, लेकिन हां यह कहा जब हम सीमाओं की सुरक्षा करते हैं, तो हम बहुत से खुफिया इनपुट प्राप्त करते रहते हैं। इनमें से कुछ सच हो जाते हैं। हालांकि, यह हमारा कर्तव्य है कि हम संबंधित नागरिक प्रशासन को जो भी जानकारी हो उसे मुहैया कराएं। वहीं अतिरिक्त मुख्य सचिव (गृह) अमीर सुभानी ने कहा कि एसएसबी इनपुट सीमाओं के माध्यम से घुसपैठ की संभावना पर संकेत देते हैं लेकिन हम यहां सख्त निगरानी बनाए हुए हैं।

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