नई दिल्ली (आईएएनएस) प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को निर्देश दिया कि अधिक सक्रिय दृष्टिकोण अपनाकर निवेशकों को संभालने के उपाय किए जाएं और अर्थव्यवस्था को बढ़ावा देने के लिए समयबद्ध तरीके से सभी केंद्रीय व राज्य मंजूरी को सुनिश्चित करें क्योंकि देश इस वक्त कोरोना वायरस के कठिन संकट से निपट रहा है। यह निर्देश ऐसे समय में महत्वपूर्ण है जब अर्थव्यवस्था अपने सबसे बुरे दौर से गुजर रही है और निवेशकों को समर्थन देने की जरूरत है। प्रधानमंत्री ने एक बैठक में भारत में अधिक विदेशी निवेशों को आकर्षित करने के लिए रणनीतियों पर चर्चा करने के साथ-साथ महामारी से प्रेरित लॉकडाउन के बीच अर्थव्यवस्था को मजबूती देने के लिए स्थानीय निवेश को बढ़ावा देने का भी निर्देश दिया।

कई मुद्दों पर हुई चर्चा

इस बैठक में यह चर्चा की गई कि देश में मौजूदा औद्योगिक भूमि, प्लॉट्स, इंफ्रास्ट्रक्चर और आवश्यक वित्तपोषण सहायता प्रदान करने के लिए एक स्कीम बनाई जानी चाहिए।बैठक की अध्यक्षता करते हुए, प्रधानमंत्री ने निर्देश दिया कि निवेशकों को उनकी समस्याओं पर ध्यान देने और समयबद्ध तरीके से सभी आवश्यक केंद्रीय व राज्य की मंजूरी प्राप्त करने में मदद करने के लिए सभी कार्रवाई की जानी चाहिए। बैठक में फास्ट ट्रैक मोड में भारत में निवेश लाने और भारतीय घरेलू क्षेत्रों को बढ़ावा देने के लिए विभिन्न रणनीतियों पर भी चर्चा की गई, जिसमें वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण, गृह मंत्री अमित शाह, वाणिज्य और उद्योग मंत्री पीयूष गोयल, वित्त राज्य मंत्री अनुराग ठाकुर और वरिष्ठ अधिकारी शामिल रहे।

उद्योग को फिर से शुरू करने की बात

वहीं, भारी उद्योग और सार्वजनिक उद्यम मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने गुरुवार को ऑटो उद्योग के दिग्गजों के साथ बैठक की, जहां उन्होंने कोरोना वायरस के चलते बंद हुए उद्योग को फिर से शुरू करने के तरीके सुझाए। बैठक के बाद मंत्री ने कहा, 'वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से एक बैठक में सभी ऑटो उद्योग के दिग्गज मौजूद थे। ऑटो सेक्टर एक मास नियोक्ता है और सभी क्षेत्रों में अधिकतम जीएसटी का योगदान देता है। इस उद्योग का देश की जीडीपी में महत्वपूर्ण योगदान है। पिछले साल, BS-IV से BS-VI अनुपालन वाहनों के लिए एक नियोजित प्रवास के कारण उद्योग को नुकसान हुआ था। यह एक बदलाव था जिसने ग्राहकों को अपनी खरीदारी स्थगित कर दी।'

ऑटो दिग्गजों ने सरकार की प्रशंसा की

जावड़ेकर ने आगे कहा, 'कुल मिलाकर, जीएसटी कटौती, रोजगार समर्थन, रिटेल चैन सपोर्ट, सप्लायर सपोर्ट, लिक्विडिटी सपोर्ट पर चर्चाएं हुईं। ऑटो उद्योग के दिग्गजों ने कोरोना वायरस से निपटने के तरीके भी सुझाए। उन्होंने कि उद्योग के दिग्गजों ने जिस तरह से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में सरकार ने कोरोना वायरस की चुनौती से निपटा है, उसकी प्रशंसा की है।

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